मेजा, प्रयागराज (विमल पाण्डेय/श्रीकान्त यादव)। परानीपुर-लाक्षागृह मार्ग पर पक्का पुल बनाए जाने का प्रस्ताव सेतु निगम मुख्यालय लखनऊ को भेज दिया गया है। एक माह पूर्व हुई जांच में मिट्टी पुल के लिए उपयुक्त पाई गई है। गौरतलब हो कि परानीपुर गंगाघाट से लक्षागृह घाट की दूरी लगभग 1600 मीटर है, इस पुल के निर्माण पर अनुमानित लागत 485 करोड़ आएगा।
विधानसभा चुनाव के पूर्व निवर्तमान मेजा विधायक नीलम उदयभान करवरिया के नेतृत्व में अधिकारियों का एक दल परानीपुर घाट पहुंच जांच पड़ताल किया था, जिसे लेकर विपक्षियों ने जांच पड़ताल को ग़लत बताया था। विधानसभा चुनाव पश्चात सांसद डॉ. रीता जोशी स्थानीय लोगों की मांग पर केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी से मिल परानीपुर लाक्षागृह मार्ग पर पक्का पुल बनाए जाने का पत्र सौपा था। सांसद की मांग को स्वीकार करते हुए केंद्रीय मंत्री ने राज्य सरकार व सेतु निगम से जानकारी मांगी तो सेतु निगम की टीम माहभर पहले परानीपुर व लाक्षागृह घाट पहुंच मिट्टी की जांच की। विभागीय सूत्रों की मानें तो मिट्टी जांच में सब कुछ सही पाया गया है, पक्का पुल बनाने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।
पुल बनने से मिर्जापुर प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग से यदि कोई भारी वाहन वाराणसी प्रयागराज मार्ग पर जाना चाहे तो उसे प्रयागराज अथवा मिर्जापुर तक नब्बे किलोमीटर का चक्कर लगाना होता है, हांलाकि प्रयागराज से मिर्जापुर के बीच लोगों की आवागमन के लिए आधे दर्जन पांटून पुल बनाए जाते हैं, जो छह माह से अधिक अपनी सेवा नहीं दे पाते, इस पांटून पुल के निर्माण पर शासन व विभाग को प्रतिवर्ष लाखों रूपए खर्च करने पड़ते हैं। लोगों की समस्या को देखते हुए भाजपा सरकार पक्का पुल बनाने पर पूरी तरह तैयार हो गई है।