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बम की तरह गैस सिलेंडर फटने से शिक्षक की मौत, मचा हड़कंप

SV News

प्रतापगढ़ (राजेश सिंह)। प्रतापगढ़ के रानीगंज मे बम की तरह गैस सिलेंडर फटने से एक शिक्षक की मौत हो गई। जिससे हड़कंप मच गया। मिली जानकारी के अनुसार रानीगंज थाना क्षेत्र के भवानीगढ़ गांव में कुशीनगर जिले के कुछ मजदूर किराए पर रहते हैं। रोज की तरह मजदूर बुधवार को भी कमरे में रसोई गैस सिलेंडर पर भोजन बना रहे थे। अचानक गैस की पाइप लीक होने के कारण सिलेंडर में आग लग गई। मजदूर कुछ समझ पाते कि इसके पहले आग फैल गई। वह हल्ला मचाते हुए कमरे से बाहर भागे। इसी बीच सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया। उसके जलते टुकड़े वहां से 500 से 800 मीटर दूर गिरने लगे। इसी बीच रानीगंज के ही सराय सुल्तानी गांव के प्राइवेट शिक्षक लाल बहादुर यादव बाइक पर बैठकर अपने भाई शिक्षक अखिलेश यादव के साथ क्षेत्र में ही रिश्तेदार के यहां जा रहे थे। भीड़ देखकर वह रुकने लगे कि इसी बीच फटे सिलेंडर का टुकड़ा हवा में लहराता हुआ उनकी ओर आ गया। अखिलेश के सिर को झटका देता वह टुकड़ा सीधे लाल बहादुर के सिर में जा धंसा। दोनों भाई बाइक लेकर गिर गए। वहां मौजूद लोग दोनों भाइयों को रानीगंज सीएचसी ले गए। वहां पर बड़े भाई 53 वर्षीय अखिलेश यादव ने दम तोड़ दिया, जबकि अखिलेश का इलाज चल रहा है। उधर, कुछ ही देर में अग्निशमन विभाग की टीम पहुंची और आग पर काबू पाया। सीओ रानीगंज डा. अतुल अंजान त्रिपाठी का कहना है कि घटना की जांच हाेगी। अग्निशमन विभाग से रिपोर्ट मांगी गई है। गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने पर धमाका इतना तेज हुआ कि कमरे की छत दीवार में दरार आ गई। सिलेंडर का कुछ हिस्सा आसपास के घरों व पेड़ाें तक पहुंच गया। धमाके से आसपास के लोग भी सहम गए। ब्लास्ट सुनकर लोग वहां इकटठा हो गए। सड़क से गुजर रहे लोग भी यह जानने के लिए रुकने लगे कि आखिर हुआ क्या है। जिस कमरे में ब्लास्ट हुआ उसमें जो मजदूर रहते थे वह आसपास काम करते हैं। रात में वहां खाते-सोते हैं। इस कमरे में एक दशक पहले आंगनबाड़ी केंद्र भी किराए पर चला करता था। लाल बहादुर यादव मिर्जापुर चौहारी गांव के पास एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक थे, जबकि अखिलेश प्राइमरी स्कूल में टीचर हैं। अखिलेश की एक बेटी श्रेया 18 वर्ष की है। पुत्र सुमित 13 वर्ष का है। बच्चों समेत पत्नी अनामिका यादव का रुदन देख सबकी आंखें नम हो गईं। कहते हैं कि अनहोनी कब किसी के साथ हो जाए, पता नहीं। ऐसा ही कुछ हुआ लाल बहादुर यादव के साथ। दोनों भाइयों में बड़ा लगाव था। कौन जानता था कि घर से साथ निकले दोनों भाइयों का साथ यहीं छूट जाएगा। घटना की सुचना पर पंहुची इलाकाई पुलिस छानबीन कर रही है।

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