पीलीभीत (राजेश सिंह)। जिस युवती की डोली उठनी थी उस युवती की अर्थी उठी और जिसे जूते चुराकर नेग लेना था, वह छोटी बहन दुल्हन बन गई। यह सब इसलिए हुआ क्योंकि शादी के दिन युवती की हालत बिगड़ गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। बरात लौटाने की नौबत थी। इस पर वर-वधू पक्ष में सहमति बनी और दूल्हे का विवाह युवती की छोटी बहन के साथ करा दिया गया। छोटी बहन ससुराल पहुंची। अगले ही दिन मायके में बड़ी बहन ने दम तोड़ दिया। दोनों परिवार दुख में डूब गए। घटना सेहरामऊ उत्तरी थाना क्षेत्र के एक गांव की है। गांव की 21 वर्षीय युवती की शादी लखीमपुर खीरी के थाना मोहम्मदी क्षेत्र के एक गांव में तय हुई थी। तय तारीख पर 21 जून को बरात आ गई। जिस युवती की शादी होनी थी अचानक उसकी हालत खराब हो गई। गंभीर हालत में युवती को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। युवती की हालत में सुधार नहीं हो सका। बरात दरवाजे पर थी। दूल्हा और दुल्हन के पक्ष में वार्ता हुई। शादी न टालने पर सहमति बनी और युवती के स्थान पर उसकी छोटी बहन से शादी करने की बात दोनों पक्षों में तय हुई। आनन-फानन में युवती की छोटी बहन को तैयार किया गया। उसके संग ही सात फेरे कराए गए। शादी खुशी के साथ हो गई। अगले दिन 22 जून को बरात विदा हुई पर 23 जून को इलाज के दौरान मायके में बड़ी बहन की मौत हो गई। इसकी सूचना पर मायके पक्ष के लोगों में कोहराम मच गया। सूचना छोटी बहन की ससुराल तक पहुंची। शादी होकर पहुंची छोटी बहन और अन्य रिश्तेदार गांव में एकत्र हुए। गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया। घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।