मृतक 35 साल बाद आया था घर
मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
स्वास्थ्य विभाग की कलई उस समय खुल गई, जब एंबुलेंस के इंतजार में एक अधेड़ की मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार मेजा थाना क्षेत्र के मेजा खास गांव निवासी लालजी वर्मा(55) शनिवार को सकुशल परिजनों के साथ भोजन करके सो गए थे। रात लगभग एक बजे उनकी तबीयत अचानक कराहने लगे। घरवालों को जानकारी होने पर आसपास के लोगों को आवाज देने पर सभी पड़ोसी इकट्ठे हुए और तत्काल डायल 108 को फोन लगाया। उधर से आश्वासन मिला कि गाड़ी थोड़ी देर में पहुंच रही है और फिर ड्राइवर द्वारा भी यह बताया गया कि थोड़ी देर में गाड़ी पहुंच रही है, लेकिन घंटों इंतजार करने के बाद भी गाड़ी नहीं पहुंच पाने के कारण अधेड़ ने दम तोड़ दिया।
परिजनों ने किसी जहरीले जंतु के कटने की शंका जताई है। इस तरह की घटनाएं क्षेत्र में अक्सर देखने को मिल रही है कि समय से एंबुलेंस नहीं पहुंच पाने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में कई बार शिकायत करने के बावजूद भी कोई सार्थक कदम नहीं उठाया जा रहा है और आए दिन देर से एंबुलेंस के पहुंचने का कारण इंतजार करते-करते मरीज परेशान हो जाता है और फिर उसे मौत का सामना करना पड़ता है।मृतक के साथ भी यही मामला हुआ। परिजनों के मुताबिक लालजी वर्मा घरेलू विवाद के चलते 35 वर्ष पूर्व घर छोड़कर भाग गया था। परिजनों ने काफी खोजबीन की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया। कुछ दिनों पूर्व गांव के ही रहने वाले से लालजी की मुलाकात बांबे में हो गई। एक दूसरे से परिचित हुए। उन्होंने लालजी वर्मा के घर वालों को सूचित किया और उसके परिजन 15 दिन पूर्व बांबे पहुंच करके उसको घर ले आए थे। 35 वर्षों से परिजनों से दूर रहने वाला मुखिया घर आने के 15 दिन बाद फिर दूर हो गया। घरवालों पर मानो पहाड़ टूट पड़ा हो।और लालजी जहरीले जान का शिकार होकर एंबुलेंस के इंतजार में काल के गाल में समा गया।घर के मुखिया की मौत से पड़ोसी भी दुखी हैं कि किसी तरह 35 वर्षों बाद घर का मुखिया परिजनों के साथ आया और वह भी 15 दिन में ईश्वर ने उठा लिया। मृतक को दो बेटी और दो बेटियां हैं सभी की शादी और सभी के बच्चे हो गए हैं।फिलहाल घर के मुखिया के आकस्मिक निधन से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।