प्रयागराज (राजेश सिंह)। माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद की निशानदेही पर रविवार देर रात पुलिस ने बक्शी माेढ़ा के पास जंगल से अवैध पिस्टल बरामद की है। यह वही पिस्टल है, जिससे प्रापर्टी डीलर जीशान पर फायरिंग की गई थी। 24 घंटे तक पूछताछ के बाद अली को सोमवार सुबह 10 बजे नैनी जेल पहुंचा दिया गया। अली अहमद को नैनी जेल से करेली पुलिस ने 24 घंटे के लिए रविवार सुबह 10 बजे कस्टडी रिमांड पर लिया था। उससे तमाम बिंदुओं पर पूछताछ की गई। देर रात पुलिस उसे वाहन से लेकर बक्शी मोढ़ा के पास जंगल की तरफ निकली और कुछ ही देर बाद पता चला कि अवैध पिस्टल बरामद हुई है। इसी पिस्टल की बरामदगी की बात कहकर अली को कस्टड़ी रिमांड पर लेने की न्यायालय में अर्जी दी गई थी। पिस्टल बरामद होने को पुलिस बड़ी सफलता मान रही है। सूत्रों का कहना है कि प्रापर्टी डीलर जीशान से जुड़े मामले के अलावा पुलिस ने उससे बड़े भाई उमर के बारे में भी जानकारी ली। पूछा गया कि दो लाख रुपये का घोषित इनामी उमर कहां है। कोलकाता में जब वह साथ में था तो कहां गया? जिस पर अली कोलकाता में खुद की मौजूदगी से मुकर गया। अली ने साफ कहा कि वह कोलकाता गया ही नहीं। पिछले सात माह से वह कहां था और किसने उसे शरण दी थी? इस सवाल का जवाब भी उसने बड़ी चालाकी से देते हुए कहा कि उसने किसे के यहां शरण नहीं ली थी और न ही किसी ने उसे शरण दी थी, वह इधर-उधर छिपकर रह रहा था। फरारी के दौरान किससे उसकी बात होती थी और वह किस मोबाइल नंबर का उपयोग कर रहा था? इस पर अली बोला कि उसकी किसी से बात नहीं होती थी और न ही उसके पास कोई मोबाइल था। एक तौर पर जितने सवाल अली से पूछे गए, वह उसका गोलमोल तरीके से जवाब देता रहा। करेली थाना प्रभारी अरविंद गौतम का कहना है कि पूछताछ में अली अहमद ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया।