प्रतापगढ़ (राजेश सिंह)। शेखपुर में बने मोहर्रम का गेट हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे कुंडा विधायक के पिता को हाउस अरेस्ट किया गया है। कुंडा तहसील में दो दिनों से धरने पर बैठ कुंडा विधायक राजाभैया के पिता और भदरी नरेश उदय प्रताप सिंह को पुलिस ने शुक्रवार को हाउस अरेस्ट कर लिया। वह शेखपुर आशिक गांव में बने मस्जिदनुमा गेट को हटवाने की मांग पर अड़े हैं। बताया जा रहा है कि राजा उदय प्रताप सुबह स्नान और पूजा के लिए भदरी हाउस गए थे। इसी दौरान मौका पाकर प्रशासन ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया। इसकी जानकारी होते ही बड़ी संख्या में लोग भदरी हाउस पहुंच गए हैं। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। बता दें कि कुंडा के शेेखपुर आशिक गांव में मोहर्रम को लेकर बनाए गए गेट को हटाने की मांग को लेकर पूर्व मंत्री और कुंडा विधायक राजाभैया के पिता उदय प्रताप सिंह बुधवार से कुंडाा तहसील में धरने पर बैठे थे।बुधवार रात में डीएम-एसपी उन्हें मनाने पहुंचे। साथ बैठकर भोजन किया, लेकिन वे धरना खत्म करने के लिए तैयार नहीं हुए। कुंडा के शेखपुर आशिक गांव में मोहर्रम को लेकर सड़क पर एक मस्जिदनुमा गेट बनाया गया है। इसे हटवाने के लिए भदरी किला निवासी उदय प्रताप सिंह बुधवार को तहसील में धरने पर बैठ गए। इसकी जानकारी होने पर एसडीएम, सीओ और बाद में दो बार एडिशनल एसपी उन्हें मनाने पहुंचे, लेकिन वे तैयार नहीं हुए। उधर, शेखपुर में पीएसी के साथ पुलिस मार्च करती रही। तहसील में उदय प्रताप के समर्थकों की संख्या बढ़ती चली गई। राजाभैया के दोनों बेटे बृजराज सिंह व शिवराज सिंह भी धरनास्थल पर पहुंच गए। रात करीब साढ़े दस बजे जिलाधिकारी डॉ. नितिन बंसल और एसपी सतपाल अंतिल उन्हें मनाने पहुंचे। दोनों अधिकारी धरनास्थल पर उनके पास जाकर बैठ गए। उनके साथ खाना खाया। अफसरों ने जब धरना खत्म करने की बात कही तो उदय प्रताप गेट हटवाने की जिद पर अड़ गए। अधिकारियों के असमर्थता जाहिर करने पर उदय प्रताप ने उन्हें सॉरी बोलकर वहां से जाने के लिए कह दिया। डीएम-एसपी रात करीब डेढ़ बजे तक एसडीएम कार्यालय में बैठे रहे। इसके बाद मुख्यालय लौट आए। रात में धरनास्थल पर हनुमान चालीसा का पाठ और सुबह संकीर्तन चलता रहा।