प्रतापगढ़ (राजेश सिंह)। शनिवार की दोपहर अचानक आई तेज आंधी ने काफी नुकसान किया। आंधी में कई पेड़ और बिजली के खंभे धराशायी हो गए। आंधी की जद में आकर पेड़ गिरने से एक किसान की मौत हो गई। वहीं कच्ची दीवारों के मलबे में करीब एक दर्जन लोग जख्मी हो गए। रानीगंज इलाके में शनिवार दोपहर करीब एक बजे अचानक तेज आंधी चलने लगी। स्थानीय लोगों ने इसे बवंडर व चक्रवाती तूफान बताया। करीब आधे घंटे की तेज आंधी के बाद तेज बारिश से दर्जनों पेड़ व खंभे गिर गए। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दर्जन भर लोग गंभीर रूप से घायल हैं। कसेरुआ सराय सेतराय जयरामपुर से उठे आंधी को देख लोग सहम गए। टिन शेड उड़ने लगे, पेड़ गिरने लगे। बरसात भी होने लगी। किसी को रास्ता नहीं सूझ रहा था कि कहां जाएं। गांवों में भगदड़ मच गई। आंधी के दौरान टिन शेड से अपनी भैंस को बचाने का प्रयास कर रहे 55 वर्षीय किसान राम बहादुर यादव निवासी कसेरुआ के शेड पर नीम का पेड़ गिर गया। उसके नीचे दबने के बाद जब तक लोग उनको निकाल पाते, उनकी जान चली गई। सराय सेतराय की प्रधान 44 वर्षीय हीरावती आंधी में गिरी दीवार के मलबे में दबने गंभीर रूप से घायल हो गईं। उनको इलाज के लिए प्रयागराज के अस्पताल भेजा गया है। जयरामपुर के पूर्व प्रधान अशफाक अहमद, इस्लाम अहमद, साधु मोदनवाल टिन शेड गिरने से गंभीर रूप से जख्मी हो गए। कई अन्य कई लोग भी घायल हुए हैं। उनको ट्रामा सेंटर रानीगंज व मेडिकल कालेज प्रतापगढ़ भेजा गया है। आंधी का केंद्र कसेरुआ और सराय सेतराय रहा। आसपास के दुर्गागंज, जयरामपुर, आशीपुर, टोडरपट्टी व बरहदा तक असर पहुंचा है। करीब 500 से अधिक पेड़ गिरे हैं। बिजली के पोल ध्वस्त हो गए हैं। इसके कारण सैकड़ों घरों में बिजली पानी की आपूर्ति ठप हो गई है। प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच रही है।