बरेली (राजेश सिंह)। थाना कैंट में तैनात सिपाही शिखा नैन की संदिग्ध हालात में मौत के बाद मायके वालों ने उसके फौजी पति पर हत्या का आरोप लगाया है। पोस्टमार्टम में शिखा के शरीर पर कई चोटें तो मिलीं लेकिन मौत का कारण साफ नहीं हो सका। इस पर विसरा सुरक्षित कर लिया गया है। पुलिस की प्रारंभिक जांच-पड़ताल में पता चला है कि शिखा का पति से आए दिन झगड़ा होता था। मूल रूप से बागपत के गांव लड़वारी की निवासी शिखा वर्ष 2019 में बतौर सिपाही पुलिस में भर्ती हुई थीं। शिखा की शादी सात दिसंबर, 2020 को मेरठ निवासी आकाश से हुई। आकाश सेना में है। उसकी जाट रेजिमेंट की बरेली यूनिट में तैनाती है। आकाश और शिखा कैंट के सेमेट्री लाइन एरिया में रहते थे। पोस्टमार्टम हाउस पर शिखा के चाचा सतेंद्र और बाबा बालिस्टर नैन ने बताया शिखा का छोटा भाई सागर शिखा के साथ रहता था। दो दिन पहले एक्सीडेंट हो जाने पर शिखा ने छुट्टी मंजूर कराने के लिए बुधवार को प्रार्थनापत्र लेकर सागर को पुलिस लाइन भेजा था। सागर जब पुलिस लाइन से लौट रहा था तभी किसी पड़ोसी ने फोन पर उसे शिखा की तबीयत ज्यादा खराब होने की खबर दी। सागर घर पहुंचा तो शिखा का शव पड़ा मिला। सागर ने तुरंत मामले की सूचना परिजनों को दी। परिजनों ने कैंट थाना पुलिस को दी तहरीर में पति आकाश पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने और हत्या करने का आरोप लगाया है। थाना प्रभारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला सिपाही के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं, लेकिन मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। विसरा जांच के लिए सुरक्षित रखा गया है।
नाक पर लगी चोट से बह रहा था खून
मौत से दो घंटे पहले और बाद में खींचे गए चेहरे के फोटो में शिखा के चेहरे पर चोट के निशान दिख रहे हैं। छुट्टी के लिए अफसर को दिखाने के लिए खींचे गए शिखा के फोटो में नाक पर लगी चोट पर खुरंट दिख रहा है, लेकिन मरने के बाद नाक पर लगी चोट से खून बह रहा था। थाना प्रभारी बलबीर का कहना है कि नाक पर चोट लगने से खून निकल रहा था।
शिखा का वेतन निकाल लेता था आकाश
परिजनों का आरोप है कि आकाश ने शिखा का डेबिट कार्ड छीनकर अपने पास रख लिया था। शिखा का वेतन आने पर वह एटीएम से सारा पैसा निकाल लेता था। वेतन में से शिखा को कुछ नहीं देता था। आए दिन मायके से रुपये लाने के लिए उसे प्रताड़ित करता था।