रायबरेली (दिवाकर सिंह)।आज तक आप लोगों ने इंसानो को शराब की लत से तड़पड़ते हुए देखा होगा,लेकिन एक बंदर शराब के लिए कोहराम मचाने लगा है।ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश के रायबरेली में देखने को मिल रहा है।जहां एक दारूबाज बंदर मुसीबत का सबब बन गया है।दारू के लिए यह बंदर कुछ भी कर सकता है।यहां तक कि इसे दारू पीने को न मिले तो ठेके पर कोहराम मचाने से इसे परहेज नहीं।ठेके के अंदर घुसकर ग्राहक से लेकर सेल्समैन तक सबको डराता है। जब तक इसे दारू की बोतल न दी जाए, यह बंदर न तो खुद चैन से बैठता है न ही किसी और को बैठने देता है।
शराब पीते हुए ये बंदर कैमरे में भी कैद हुआ है।वीडियो में बंदर किंगफिशर स्ट्रॉग लेबल की कैन मुंह से लगाकर गटागट पीता नजर आ रहा है।आम तौर पर बंदर कुछ भी खाते या पीते हैं तो उसे गिरा देते हैं,लेकिन ये दारूबाज बंदर मानों बीयर की हर बूंद की कीमत बाखूबी जानता है।इसलिए दोनों हाथों से बीयर की कैन पकड़कर पी रहा है। जिससे बीयर की एक बूंद भी जमीन पर गिरकर बर्बाद ना हो।बीयर पीते हुए बंदर एक बार कैन के अंदर भी देख रहा है कि कितनी बीयर और बची हुई है।
पूरा मामला रायबरेली जिले की दीनशाह गौरा ब्लॉक का है। दारू के ठेके पर एक बंदर ने कोहराम मचा रखा है।दारू की बोतल इसे न मिले तो ग्राहकों की जेब फाड़ने से कोई रोक सकता है और न ही ठेके के गुल्लक में रखे पैसे फाड़ने से। खास बात यह कि सुबह ठेका खुलने के समय और आखिरी बार दुकान बंद होने से पहले इस बंदर को दिन में दो बार कम से कम आधी बोतल शराब की चाहिए होती है।इसे लेकर ठेका मालिक समझ नहीं पा रहा कि इस शराबी बंदर की शिकायत आखिर करे तो करे किस्से।दारूबाज बंदर का वीडियो वायरल हुआ तो ज़िला आबकारी अधिकारी ने खुद ही इसे लेकर वन विभाग से संपर्क करने की बात कही है।
सेल्समैन ने बताया कि ये बंदर पैसे फाड़ देता है, लोगों के हाथ से सामान छीन लेता है।इससे हम बहुत परेशान हैं। कई बार तो इसने ग्राहकों के ऊपर हमला भी कर दिया,लेकिन अभी तक किसी को इस बंदर ने काटा नहीं है। अगर इसको जल्द पकड़कर जंगल नहीं भेजा गया तो हमारा यहां काम करना तो मुश्किल होगा ही और ग्राहक भी यहां आना बंद कर देंगे। डीएम का इसपर कहना है की पूरा मामला संज्ञान में ले लिया गया है और जल्द से जल्द इसपर कार्यवाही की जाएगी।
*क्यों बना यह बंदर शराबी*
मिली जानकारी के अनुसार बीयर की दुकान पर आने वाले किसी व्यक्ति ने एक बार बंदर के सामने बीयर की केन रख दी थी।बंदर ने पेय पदार्थ समझकर बीयर पिया तो थोड़ी देर में ही नशे से लड़खड़ाता हुआ एक स्थान पर जाकर गिर गया।हंसी मजाक में की गई यह हरकत ठेका संचालकों के लिए मुसीबत बन गई।शाम होते-होते बंदर एक बार फिर बीयर की दुकान पर पहुंचा और एक ग्राहक के हाथ से बीयर छीन कर पी गया। बताया जा रहा है कि तब से अब तक बंदर लगातार कभी बीयर की दुकान पर उत्पात मचाकर बीयर की केन ले जाता है तो कभी बीयर लेकर जाने वाले के हाथ से छीन कर भाग जाता है।अब लोगों को आशंका है कि अगर वन विभाग ने इसे पकड़ कर जंगल में छोड़ भी दिया तो नशे का आदी यह बंदर वहां कितने दिन टिकेगा।
*इंसानों में शराब पीने की आदत बंदरों से ही आयी है*
सोशल मीडिया पर अक्सर बंदरों को इंसानों की तरह हरकत करते हुए तस्वीर या वीडियो वायरल होते हुए देखते हैं।बंदरों की बहुत सारी आदतें इंसानों से मिलती है।कई बार हम बंदरों को सीधे खड़े होकर चलते हुए देखते हैं, तो कई बार बंदर साइकिल चलाते हुए भी देखे जाते हैं।हम लोगों ने कई बार बंदरों को दारू पीते हुए भी देखा है। इंसानों के बीच भी शराब पीने की आदत पाई जाती है। अब एक शोध में यह सामने आया है कि इंसानों में शराब पीने की आदत बंदरों से ही आयी है।कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के जीवविज्ञानी रॉबर्ट डुडले ने जारी अपनी पुस्तक 'द ड्रंकन मंकी: व्हाई वी ड्रिंक एंड एब्यूज अल्कोहल' में प्रकाश डाला, कि शराब के लिए मानव आकर्षण लाखों साल पहले पैदा हुआ था।जब हमारे वानर और बंदर पूर्वजों ने गंध की खोज की थी। शराब ने उन्हें पके और पौष्टिक फलों के लिए प्रेरित किया।