प्रतापगढ़ (राजेश सिंह)। उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग की में चलने वाली बसों की हालत से तो पूरी जनता परिचित है। ‘लो मेंटेनेंस हाई बेनिफिट’ के चक्कर में खटारा बसें सड़कों पर दौड़ाई जा रही हैं, जिससे यात्रियों की जान का जाेखिम अधिक बना रहता है। इसकी एक बानगी प्रतापगढ़ जिले में देखने को मिली, जहां एक बस का टूटा ब्रेक रिपेयर कराने के बाद फिर से टूट गया। घटना के दौरान बस में यात्री मौजूद थे, जो सहम गए। हालांकि बस की रफ्तार कम होने और चालक की सूझ-बूझ के चलते दोनों ही बार कोई भी हादसा होने से टल गया।
जानकारी के मुताबिक, डिपो से कानपुर जा रही प्रतापगढ़ रोडवेज डिपो की बस संख्या यूपी 72 एटी 0776 का शुक्रवार रात स्टैंड से जाते ही अचानक ब्रेक फेल हो गया। इससे अफरा-तफरी मच गई। चालक सुरेश कुमार ने बस की गति धीमी करके उसे साइड में खड़ी कर दिया। दूसरी बस से यात्रियों को भेजा गया। बाद में बस स्टैंड परिसर में खड़ा करा दिया। अगले दिन शनिवार सुबह मरम्मत के बाद जैसे ही बस को रवाना किया गया, अचानक उसका ब्रेक फिर से फेल हो गया। गनीमत रही कि बड़ी घटना होते-होते टल गई।
फोरमैन की कार्यशैली पर सवाल
फोरमैन एसपी सिंह ने बस की कमियों को दूर करने का हवाला देते हुए चालक दिनेश वर्मा को ले जाने को कहा था। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक प्रमोद कुमार कटियार ने बताया मामले में फोरमैन व मैकेनिक से स्पष्टीकरण मांगा गया है। खराब बसों की मरम्मत करके उसका ट्रायल होता है। इसके बाद ही फोरमैन की संस्तुति पर उसे संचालित की जाती है।
रोडवेज की एक बस का दो बार ब्रेक फेल होने का मामला संज्ञान में आया है। इसकी जांच कराई जाएगी। लापरवाही बरतने वालों पर कार्यवाही भी होगी। - राम सिंह वर्मा, मुख्य प्रधान प्रबंधक