शंकरगढ़, प्रयागराज (मंगला प्रसाद तिवारी)। यमुनापार के बारा तहसील के शंकरगढ़ क्षेत्र में पीपीजीसीएल से निकले कोयले के डस्ट से धूल धक्कड़ भरी जिंदगी जीने को क्षेत्रवासी मजबूर हो गये हैं। इसके प्रदूषण से लोगों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। थर्मल पावर प्लांट बारा के प्रबंधन द्वारा सड़कों पर पानी भी नहीं डलवाया जाता है। जिससे राहगीरों को आवागमन के समय भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। 24 घंटे बेधड़क कोयला (राखड़) और सीमेंटों से भरे वाहनों का तीव्र गति से आना जाना लगा रहता है। जिससे राहगीरों सहित आसपास के दर्जनों गांवों के लोगों का जनजीवन प्रभावित हो रहा है। ओवर लोड के कारण तेज रफ्तार चल रहें वाहनों का डस्ट सड़क पर बिखरा पड़ा रहता है। जो हर समय लोगों के लिए किसी न किसी तरह से मुसीबत बना रहता है। आस पास के पेड़ पौधे भी इससे अछूते नहीं रह गये हैं। क्षेत्र के लोगों ने जानकारी देते हुए बताया कि पीपीजीसीएल के प्रवंधक से लेकर शासन प्रशासन तक से शिकायत की गई, लेकिन हालात जस के तस बनें हुए हैं। पीपीजीसीएल के प्रवंधक द्वारा इस संबंध में सिर्फ मात्र आश्वासन दिया जाता है। बाकी कुछ भी नहीं किया जाता। जिले के आला अधिकारी लोगों की इतनी बड़ी समस्या से अनजान बने हुए हैं। लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। मगर समस्या जैसी की तैसी बरकरार बनी हुई है।