मेजा, प्रयागराज (विमल पाण्डेय/श्रीकान्त यादव)। क्षेत्र के सिरसा, मेजाखास, जरार, उसकी, लूतर, रामनगर, ऊंचडीह, चिलबिला, मदीना मस्जिद मेजारोड, नूरी मस्जिद खानपुर-मेजा में शुक्रवार को रमजान माह के चौथे जुमा (अलविदा) की नमाज उत्साह के साथ अदा की गई। नमाज अदा करने के लिए मस्जिदों में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। इस दौरान शांति और भाईचारा मेल व्यवहार बढ़ाने की दुआ मांगी गई।
रमजान माह के दौरान पड़ने वाले जुमा (शुक्रवार) को काफी अहम माना जाता है। इसके साथ ही माह का अंतिम जुमा और भी विशेष माना जाता है। आखिरी जुमे की नमाज अलविदा के तौर पर अदा की जाती है। उलेमाओं के मुताबिक माहे रमजान में अल्लाह की इबादत के लिए अगर एक रकाअत नमाज पढ़ी गई तो उसका सवाब 70 रकाअत नमाज के बराबर मिलता है। इसके अलावा इस पवित्र माह में की गई एक भी अच्छे काम के बदले 70 नेकी मिलती है। इस पूरे माह मुसलमान अल्लाह की इबादत में रहते हैं और यह रहमत बरसाने वाला महीना माना जाता है। मस्जिद के इमाम ने बताया कि रमजान माह में अल्लाह अपने बंदों पर रहमत की बारिश करता है। इन दिनों दिन रात अल्लाह की इबादत की जाए। कुरान पाक की तिलावत की जाए, साथ ही नफिल की नमाजें पढ़ी जाएं। इस दौरान मेजा क्षेत्र मे कोतवाल ज्ञानेश्वर मिश्र पुलिस टीम के साथ भ्रमणशील रहे और सिरसा में चौकी प्रभारी जगदीश कुमार, मेजारोड मे चौकी प्रभारी रामभवन वर्मा अपने दलबल के साथ मौजूद रहे।