भागवत कथा श्रवण मात्र से जीव, जन्म और मरण से हो जाता है मुक्त -कृष्णा जी महाराज
मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
विकास खंड उरुवा के ग्राम पंचायत अछोला के ब्राह्मणों का बास में कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ।आयोजक ठाकुर प्रसाद पाण्डेय के निवास से डीजे के साथ भव्य कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा पास स्थित पवित्र पावनी मां गंगा जी जल लेकर कस्बे के मुख्य मार्गों से गुजरती हुई कार्यक्रम स्थल पर पहुंची।कुल पुरोहित पंडित दिनेश मिश्र ने भागवत की पूजा अर्चना की और पूजन के बाद कलश की स्थापना की गई। कथा व्यास कृष्ण नंदन शास्त्री ने अपने प्रवचनों में उपस्थित श्रद्धालुओं को श्रीमद्भागवत पुराण की जानकारी देते हुए कहा कि श्रीमद्भगवत कथा का श्रवण करने से मानव जीवन में एक जन्म नहीं अपितु हमारे कई जन्मों के पापों का नाश होने के साथ ही हमारे शुभ कर्मों का उदय होता है। कथा सुनने मात्र से जीव जन्म और मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है।
उन्होंने कहा कि नारद जी ने भक्ति देवी के कष्ट की निवृत्ति के लिए श्रीमद् भागवत कथा का साप्ताहिक अनुष्ठान किया था। जहां संतकुमारों ने भागवत का प्रवचन करते हुए नारद के मन का संशय दूर किया। इसी कथा को धुंधकारी प्रेत ने अपने अग्रज से श्रवण किया और प्रेत योनि से मुक्ति पाकर विष्णु लोक को प्राप्त हुए। कथा व्यास ने कहा कि भगवत श्रवण से जीव के सभी पाप कर्म मिट जाते हैं।इसी क्रम में राजा परीक्षित जन्म और शुकागमन की कथा सुनाई।अंत में मुख्य यजमान छविराजी देवी के साथ सामूहिक आरती और प्रसाद वितरण किया गया।