भइयां स्थित श्री कृष्ण प्रणामी मंदिर को पर्यटक स्थल बनाने का होगा प्रयास -राजमणि कोल
मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
विकास खंड मेजा के ग्राम पंचायत भइयां स्थित श्री कृष्ण प्रणामी मंदिर में पांचवें दिन की कथा महिला सशक्तीकरण को परिलक्षित दिखाई देती प्रतीत हुई। श्रीमद्भागवत कथा वाचक स्वामी चेतन दास जी महाराज ने कहा कि वैदिक काल से प्रमाण है कि प्रकृति पूजक समाज सदैव से नारी को समानता का अधिकार दिया है। बाद के कालखण्डो में भी नारियां अपने दायित्वों के प्रति निष्ठावान रहीं और समय के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर परिवार, समाज और राष्ट्र की प्रगति में सहायक रहीं हैं। आज भी जिस घर की महिलाएं सुशिक्षित एवं संस्कारित हैं उस घर में खुशहाली है। "यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमन्ते तत्र देवता"को चरितार्थ करने के लिए आवश्यक है कि समाज दहेज जैसे कुरीतियों को दूर करने में पहल करे।भागवताचार्य स्वामी चेतनदास महराज ने साधना के महत्वपूर्ण नियमों को विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम स्थल पर क्षेत्रीय विधायक राजमणि कोल द्वारा मंदिर महन्त ब्रह्मानंद जी महाराज एवं ब्यास पीठ पर विराजमान स्वामी चेतनदास जी महाराज का माल्यार्पण कर आशीर्वाद प्राप्त करते हुए कहा कि ग्राम पंचायत भइयां में स्थित परमहंस महराज जी की प्राकट्य स्थलीय को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। भौगोलिक स्थिति से संपन्न इस गांव में देश के कोने -कोने से सैंकड़ों श्रद्धालु आते रहते हैं। ग्राम जन्मोत्सव के संयोजक एवं जनसुनवाई फाउंडेशन के वालंटियर जंगली मिश्र,मलेटर , कृष्ण कुमार, गोविन्द प्रसाद,व श्रीकृष्ण प्रणामी मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी राजेश्वरी प्रसाद मिश्र, सांवरे लाल, सूबा लाल, अवधेश जी ,राजकुमार, विजय कुमार तिवारी आदि द्वारा कार्यक्रम में आए सुन्दर साथ व अतिथियों का साल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।