प्रयागराज (राजेश सिंह)। गंगानगर में फाफामऊ घाट के पास शनिवार की शाम गंगा स्नान के लिए गए चार बच्चे डूबने लगे। तैराकों ने दो को तो बचा लिया लेकिन दो बच्चों को नहीं बचाया जा सका। गोताखोरों ने जब तक उन्हें निकाला उनकी सांसें थम चुकी थी। चारों बच्चे घर वालों से बिना बताए गंगा स्नान के लिए चले गए थे।
जानकारी के अनुसार फाफामऊ बाईपास के पास रहने वाले गुड्डू काम के सिलसिले में शहर से बाहर रहते हैं। यहां उनकी पत्नी शाहजहां बच्चों के साथ रहती हैं। शनिवार की शाम गुड्डू का आठ साल का बेटा अल्तमस मां को बिना बताए अपने दोस्तों के साथ खेलने चला गया। वहीं से चार दोस्त गंगा में नहाने के लिए चल दिए। अल्तमस के साथ विक्रम का बेटा मुद्दू (10), गप्पू सोनी का बेटा आशीष (15) और देवल (12) भी था। चारों फाफामऊ घाट से नहाने के लिए नदी में उतरे। आगे बढ़ते बढ़ते यकायक गहरे पानी की चपेट में आकर डूबने लगे। वहां मौजूद तैराकों ने तुरंत छलांग लगा दी। देवल और आशीष को बाहर निकाल लिया गया लेकिन अल्तमस और मुद्दू गहरे पानी में गुम हो गए। दो बच्चों के डूबने की खबर सुनकर पुलिस मौके पर पहुंच गई। गोताखोरों को भी उतारा गया। कुछ देर बाद अल्तमस और मुद्दू मिल गए। लोग दोनों बच्चों को लेकर तुरंत अस्पताल की ओर भागे। डाक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। अल्तमस की मौत की खबर सुनकर उसकी मां शाहजहां बेसुध हो गई। मुद्दू के परिवार वाले भी शव से लिपटकर रो रहे थे। दोनों के घर वालों को यह पता भी नहीं था कि वे नहाने गए हैं। थानाध्यक्ष शिवकुटी ने बताया कि दोनों बच्चों के परिवार वाले पोस्टमार्टम नहीं चाह रहे हैं। अधिकारियों से बात की जा रही है। अगर अनुमति मिली तो दोनों बच्चों के शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।