मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
जो सदमार्ग दिखाए, जो सद्बुद्धि दे और जिसकी कृपा से सद्भाव आए, वह गुरु है। गुरु बिन ज्ञान नहीं होता। गुरु को व्यक्ति नहीं अपितु मार्गदर्शक तत्व के रूप में आत्मसात किया जाना चाहिए। समस्त जगत इसी एक तत्व से संचालित है। बच्चा जब जन्म लेता है तब उसे दुग्धपान सिखाना नहीं पड़ता है वरन उसे इसका ज्ञान पहले से होता है। इसी प्रकार मनुष्य को स्वयमेव इस बात का ज्ञान होता है कि क्या उचित है और क्या अनुचित। मनुष्य उचित का अनुसरण और अनुचित का त्याग करता है, तो यह गुरु तत्व की प्रेरणा से ही संभव है। जो ऐसा नहीं कर पाते हैं, उन्हें गुरु की शरण में अवश्य जाना चाहिए...। गुरु पूर्णिमा की पावन बेला पर परमहंस धाम भइयां में उक्त उपदेश ब्रह्मानंद दास जी महाराज जी द्वारा शिष्यों तक पहुंचाय गया।क्षेत्र में गुरु पूर्णिमा पर्व श्रद्धा और विश्वास सहित मनाया गया। तहसील के फूलपुर भइयां गांव स्थित परमहंस गोपालमणि दास महाराज की तपस्थली में श्रद्धालुओं ने विशेष पूजन-अर्चन किया। बता दें कि 16वीं से 19वीं शताब्दी के मध्य महाराज जी ने यहां स्थित तपोवन में सवा तीन सौ वर्षों तक तपस्या की थी और आमजन को अपने दिव्य उपदेश से कल्याण का मार्ग दिखाया था। उनके उत्तराधिकारियों के रूप में अब तक क्रमशः नौ महात्मा यहां गुरु परंपरा का अखंड दीप प्रकाशित करते आए। वर्तमान में श्री ब्रह्मानंद दास जी महाराज गुरु आसन पर विराजमान हैं। वह ब्रह्मलीन अनंत दास महाराज के उत्तराधिकारी हैं। यह तपस्थली इन गुरुजनों के तपोबल, करुणा, कृपा और लोक कल्याण को किये गये चमत्कारों के जीवंत प्रमाण से जागृत है।गुरुपूर्णिमा महोत्सव पर श्री कृष्ण प्रणामी मंदिर ट्रस्ट के तरफ से आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों ग्रामीणों ने गुरु पूजन किया एवं भजन -कीरंतन के बाद भण्डारे का भी आयोजन हुआ । कार्यक्रम स्थल पर नगर पंचायत कोरांव अध्यक्ष ओम केशरी, भारतीय जनता पार्टी कोहड़ार मंडल अध्यक्ष अधिवक्ता गोविंद प्रसाद मिश्र, पथरा साधन सहकारी समिति के अध्यक्ष जगनायक मिश्र,ब्यापारी युवा संघ पथरा के अध्यक्ष छेदी महाजन, नवचारी किसान फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के निदेशक राजकुमार मिश्र, जनसुनवाई फाउंडेशन के प्रदेश प्रभारी अधिवक्ता कमलेश प्रसाद मिश्र,कौशलेश कुमार मिश्र, राजेश्वरी प्रसाद, राजेश सरपंच,अंजू देवी, प्रमिला देवी, गीता देवी, आदि कई श्रद्धालु उपस्थित रहे।