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इंस्पेक्टर पुत्र के हत्यारोपी झोलाछाप डॉक्टर के मां व बहन को ले गई प्रयागराज पुलिस

SV News

प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज के थरवई 40 नंबर गुमटी मोहल्ले में बुधवार की शाम दरोगा के बेटे पंकज यादव की गोली मारकर हत्या करने के आरोपी झोलाछाप चिकित्सक रोहित यादव की तलाश में प्रयागराज पुलिस ने रात में उसके घर दबिश दी। तलाशी के बाद पुलिस उसकी मां व बहन को अपने साथ ले गई।
फतनपुर थाना क्षेत्र के रामापुर गौरा निवासी रोहित यादव दरोगा काफी दिनों से प्रयागराज के थरवई में ही रहकर जनकल्याण चिकित्सालय का संचालन करता था। दरोगा के बेटे की हत्या के बाद फरार रोहित की तलाश में प्रयागराज थरवई थाने की पुलिस रामापुर पहुंची। उस समय घर पर कोई भी पुरुष मौजूद नहीं था। ग्रामीणों के अनुसार तीन पुलिस वाहनों से पहुंचे पुलिसकर्मी रोहित की मां सोना देवी व बहन को अपने साथ ले गई।
आरोपी के घर ताला लटक रहा है। गांव में इस बात की भी चर्चा है कि शाम को रोहित के दुर्घटना में घायल होने की सूचना पूर्व प्रधान के पास आई थी। जिसके बाद परिजन प्रयागराज के लिए निकले लेकिन दबिश के दौरान पुरुष घर नहीं लौटे थे। फतनपुर थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि प्रयागराज पुलिस ने दबिश दिया था। किसे पकड़कर ले गई। यह जानकारी में नहीं है।
दरोगा के बेटे पंकज यादव की रुपये के लिए हत्या करने वाला रोहित मनबढ़ स्वभाव का है। वह अपने झोला छाप पिता अमरनाथ के साथ मरीजों को दवा देने में हाथ बटाता था। उनके साथ रहते हुए वह मरीजों को इंजेक्शन लगाने से लेकर दवा भी देने लगा था। कुछ दिनों तक प्रयागराज में किसी प्राइवेट अस्पताल में भी काम किया। बाद में उसने क्लीनिक खोल ली। बताते हैं कि झोलाछाप चिकित्सक अमरनाथ के खिलाफ लोगों की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई भी की थी। कुछ दिनों तक क्लीनिक बंद थी लेकिन बाद में फिर संचालन करने लगा।
झोलाछाप डॉक्टर बने रोहित ने तीन साल पहले रानीगंज के गाजी की बाग में मामूली विवाद में युवक को गोली मार दी थी। इसके अलावा रोहित ने होमगार्ड रविंद्र यादव और डॉक्टर एसएम यादव को भी सरेआम पीटा था। उसके खिलाफ रानीगंज व फतनपुर में पांच मुकदमे दर्ज हैं। पहला मुकदमा वर्ष 2017 में दर्ज हुआ था। वह कब किससे विवाद कर ले। इस बात का कोई ठिकाना नहीं रहता था। मारपीट व विवाद को देखते हुए वह प्रयागराज जाकर क्लीनिक खोल लिया। रामापुर समेत आसपास के लोगों को एसआरएन में डॉक्टर की नौकरी करने की बात बताता था। इतना ही नहीं दूसरों को नौकरी दिलाने का दावा भी करता था। उसकी मानधाता के हैंसी में शादी हुई है।
बिना किसी डिग्री के डॉक्टर बना रोहित यादव पांच भाई हैं। बड़ा भाई मुलायम यादव बहरिया ससुराल में रहता है। दूसरे नंबर का भाई जौनपुर में कृषि रक्षा इकाई में कार्यरत है। दो छोटे भाई मान सिंह और सुरजीत सिंह घर पर ही रहकर शटरिंग का काम करते हैं। मां सोना देवी रामापुर से प्रधान पद पर चुनाव लड़ चुकी हैं।

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