मानस मंदिर में सत्संग सुनने जुटी भक्तों की भीड़
मेजारोड, प्रयागराज। मेजारोड के पांती गांव स्थित श्री सिद्ध हनुमान मानस मंदिर में चल रहे नौ दिवसीय विराट मानस सत्संग समारोह में गुरुवार को महाराज पंडित रामस्वरूपाचार्य महाराज ने कहा कि भगवान श्री राम वन जाते समय सीता जी को सास की सेवा करने व लक्ष्मण को राज्य में रहकर पिता व जनता सेवा के लिए कहा। लेकिन लक्ष्मण व सीता ने उनके साथ जाने की जिद ठान ली। महाराज ने आगे कहा कि किसी सांसारिक महत्वपूर्ण कर्तव्य से भी अंतिम आवश्यक है प्रभु श्री राम के चरणों की निकटता। क्योंकि जीव का आत्म कल्याण संसार से नहीं बल्कि परमात्मा श्री राम से होना है। श्री राम कथा का यही उद्देश्य है। संसार में आसक्ति कम होकर श्री राम में पूर्ण समर्पण की प्रेरणा प्राप्त हो और मानव जीवन सार्थक हो। भगवान श्री राम के चरणों में ही संसार है और जो उनकी भक्ति में लीन हुआ उसका जीवन धन्य हो गया। कथा सुनकर मौजूद श्रोता जय श्रीराम का जाप किया। इस मौके पर कथा आयोजन समिति के अध्यक्ष पंडित नित्यानंद उपाध्याय, विजयानन्द उपाध्याय, आशीष उपाध्याय, मनीष उपाध्याय व मानस परिवार सहित कई भक्त मौजूद रहे।