चंदौली (राजेश यादव)। जिले के बरहनी विकासखंड के 30-35 गांवों के किसानों और आम लोगों को राहत मिलने वाली है। विकासखंड के भैसोर गांव के पास अंडरपास न होने से लोगों को 500 मीटर की दूरी 10 किलोमीटर से ज्यादा चलकर पूरी करनी पड़ती थी। दुर्घटना से बचने के लिए रेलवे ने लोहे के राड और बैरिकेंडिंग लगाकर मार्ग को पूरी तरह से अवरूद्ध भी कर दिया था। परेशान लोगों ने कई बार प्रदर्शन किया और सांसद डॉ.महेंद्रनाथ पांडेय से गुहार लगाई। सांसद ने कई बार रेलवे को इस संदर्भ में पत्र लिखा अब अंडरपास को मंजूरी मिली है। सांसद के मीडिया प्रभारी हरिवंश उपाध्याय ने विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी कि 6 करोड़ 34 लाख से अंडरपास बनेगा।
बरहनी विकासखंड के भैसोर गांव रेल लाइन के पास बसा हुआ है। गांव के पूरे खेत लाइन के दूसरे तरफ हैं। इससे खेत जाने के लिए लोगों को लाइन पार कर जाना पड़ता था। जिससे कई दुर्घटनाएं हुई और लोगों की जान तक चली गई। जिसकी वजह से रेलवे ने पास करने की जगह पर लोहे की सघन बैरिकेडिंग लगा दी। जिसके वजह से लोगों का पैदल जाना भी दुश्वार हो गया। पिछले चार वर्षों से लोग पांच सौ मीटर की दूरी के लिए दस किलोमीटर होकर जाते थे। इसके साथी लाइन के उस पार के करीब 30 से ज्यादा गांवों के लोग भी परेशान थे। लोगों ने कई बार इसके लिए प्रदर्शन किया। सांसद डॉ.महेंद्रनाथ पांडेय से समय-समय पर गुहार लगाई। सांसद ने भी हर बार रेलवे को पत्र लिखा। उन्हाेंने कई बार तत्कालीन रेल मंत्री सदानंद गौड़ा, सुरेश प्रभु, पीयूष गोयल और रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से मुलाकात की और बाद में पत्र भी लिखा जिसके बाद भैसोर में अंडरपास की मंजूरी मिल गई। सांसद के मीडिया प्रभारी हरिवंश उपाध्याय ने बताया कि रेलवे 6 करोड़ 34 लाख से अंडरपास बनेगा। जल्द ही काम लगेगा। अंडरपास का निर्माण से किसानों को बड़ा लाभ होगा और इससे क्षेत्र में सामाजिक उत्थान होगा।इसके साथ साथ डॉ पाण्डेय ने यह भी बताया की दानापुर मंडल के कुचमन रेलवे क्रासिंग में लगभग 92 करोड़ 61 लाख रुपये और सकलडीहा रेलवे स्टेशन तथा कुचमन के मध्य भोजापुर रेलवे क्रासिंग में 133 करोड़ रुपये की लागत से ओवरब्रिज पहले से ही स्वीकृत किए जा चुके हैं और शीघ्र इन प्रोजेक्ट का बड़े पैमाने पर शिलान्यास भी होने वाला है।