प्रयागराज (राजेश सिंह)। राज्यसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में समाजवादी पार्टी के विधायकों द्वारा मतदान किए जाने के बाद पार्टी में खलबली मची है। पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद रेवती रमण सिंह ने मंगलवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर पार्टी के नेताओं को ना संभाल पाने की बात कहकर सीधा निशाना साधा है। कहा कि अगर वह पार्टी के विधायकों को संभाल लेते तो कोई इधर-उधर नहीं जाता। उनकी खुद अखिलेश यादव से करीब ढाई वर्ष से बात नहीं हुई है।
आठ बार विधायक, दो बार सांसद व एक बार राज्यसभा सदस्य रहे रवती रमण सिंह ने यह भी कहा कि जिन सपा विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में मतदान किया है, उनको ऐसा नहीं करना चाहिए था। विधायकों ने ऐसा क्यों किया, यह तो वह जानते होंगे या फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव।
पूर्व सांसद ने इलाहाबाद लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के सवाल पर अपनी टीस जाहिर की, अखिलेश यादव को घेरते हुए कहा कि गठबंधन के बाद जानबूझकर इलाहाबाद संसदीय सीट कांग्रेस को दे दी गई, जबकि कांग्रेस फूलपुर सीट मांग रही थी। इलाहाबाद सपा की परंपरागत सीट रही है, इसे नहीं देना चाहिए था। इस निर्णय से पार्टी कार्यकर्ताओं में असंतोष है। भाजपा से संपर्क के सवाल पर कहा, अभी किसी से कोई संपर्क नहीं हुआ है। खुद व अपने बेटे उज्ज्वल रमण सिंह के चुनाव लड़ने पर कहा कि यह तो समय ही बताएगा।