प्रयागराज (राजेश सिंह)। शहर के धूमनगंज थाना क्षेत्र के टीपीनगर चौकी में तैनात सिपाही घनश्याम जाटव की मौत के बाद शुक्रवार को वीडियोग्राफी के बीच दो डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। रिपोर्ट में फंदे से लटकने की वजह से मौत का कारण बताया गया। वहां पहुंची सिपाही की पत्नी ममतेश ने रो-रोकर एडिशनल डीसीपी ट्रैफिक से बताया कि घटना के दिन सुबह उनके पति ने फोन किया था। उन्होंने कहा- मुझे टार्चर किया जा रहा है, मैं डिप्रेशन में जा रहा हूं अब यह ड्यूटी छोड़ दूंगा। उसके कुछ घंटे बाद ही उनके मौत की सूचना मिली।
सिपाही की मौत की सूचना मिलते ही फिरोजाबाद के पचोखरा थाने के बुर्जनत्थू गावं से बड़े भाई किसन वीर अपने घर के दर्जनों लोगों के साथ यहां रात में ही पहुंच गए थे। बड़े भाई ने बताया कि छह भाइयों में घनश्याम पांचवें नंबर का था। उनके मामा-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। 2019 में आई सिपाही भर्ती में वह सफल हुआ। सिपाही के साले महेंद्र ने बताया उनके जीजा घनश्याम ने 29 जनवरी को रेडियो ऑपरेटर व 11 फरवरी को आरओ-एआरओ का पेपर देकर आए थे। बताया था कि पेपर बहुत अच्छा गया है। दोनों परीक्षा निकलने का पूरा चांस है।
सिपाही घनश्याम की पत्नी ममतेश दोपहर में एक साल की बच्ची को लिए पहुंचीं। पुलिस अधिकारियों को देख फुट पड़ीं। वहां मौजूद एडीसीपी ट्रैफिक शिवराम यादव से जब रो-रोकर फोन पर बातचीत की कहानी बताने लगी तो वहां मौजूद सभी की आंखें नम हो गईं। पत्नी ने मेजा थाना क्षेत्र का जिक्र करते हुए बताया कि वहां पर ड्यूटी के दौरान किसी प्रकरण में कार्रवाई करने के मामले में उनके पति को लगातार धमकाया जा रहा था। जिसकी वजह से वह परेशान चल रहे थे और बताया था कि मेरी जान का खतरा है, अब वह पुलिस की नौकरी छोड़ देंगे।
वहीं साले महेंद्र पाल ने एडीसीपी शिवराम यादव को तहरीर देकर मामले जांच कराने की गुहार लगाई है। एडीसीपी ने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी। यदि किसी भी तरह की कोई बात पाई जाती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करवाई जाएगी। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव को पैतृक गांव लेकर चले गए।