करछना, प्रयागराज (राजेश सिंह)। आचार संहिता लगते ही करछना पुलिस मानो निरंकुश सी हो गई है। शनिवार की देर रात अवैध निर्माण की डायल 112 पर सूचना पाकर घोरहट निषाद बस्ती पहुँची मोबाइल बाइक पुलिस द्वारा निर्माण कर रहे जंग बहादुर निषाद को निर्माण कार्य करने से रोकते हुए एक दो थप्पड़ जड़ दिया, जिसे देख आक्रोशित हुए जंग बहादुर के परिजनों द्वारा वीडियो बना रहे एक सिपाही की मोबाइल छीनकर मोबाइल और बाइक को तोड़ देने के साथ धक्कामुक्की व हाथापाई करने लगे।जिसकी सूचना सिपाहियों के देने पर पहुँची करछना थाने की फोर्स दो लोगों को पकड़कर थाने ले उठा ले गई और रविवार को दोनों पक्ष का शांतिभंग में चालान कर दिया। इसी प्रकार पचदेवरा ओवरब्रिज पर बिना वर्दी के सिपाही द्वारा ट्रकों के आवागमन को रोकने के लिए गुमटी पर खड़ा था। जहां मौजूद पचदेवरा गांव निवासी बालकृष्ण पटेल मोबाइल पर बात कर रहा था।उक्त सिपाही द्वारा किससे बात कर रहे हो कौन हो.. आदि पूछने के दौरान गाली गलौज करने लगा, जिससे मारपीट की नौबत आ गई। सिपाही द्वारा थाने पर जानकारी देने पर पहुँची पुलिस बालकृष्ण को पकड़कर थाने ले आयी। बालकृष्ण के परिजनों का आरोप है कि करछना थाने के सिपाही बिना वर्दी में टोलटैक्स के संचालक से साठगांठ होने के चलते ओवरलोड ट्रकों से उगाही करते है। जिस दौरान मेरे भाई बालकृष्ण द्वारा फोन पर बात करने के पर उनको शक हुआ कि किसी को बता रहा है। जिससे मोबाइल छीनकर वीडियो डिलीट कर दिया गया और भाई को मारा पीटा गया।अगर इसी तरह से होता रहा तो खाकी का इकबाल खतरे में पड़ सकता है। पीड़ित ने उच्चधिकारियों को मामले को सज्ञान में लेते हुए जांचकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।