कहीं तात्कालिक विवाद तो नहीं बनी घटना की वजह, जिसमें दोनों ने उठाया आत्मघाती कदम
प्रयागराज (राजेश सिंह)। शाहगंज में पुरुष व महिला सिपाही की मौत की घटना की वजह तात्कालिक विवाद ही माना जा रहा है। दरअसल, फांसी पर लटका मिला सिपाही राजेश वैष्णव एक दिन पहले तक बेहद सामान्य था। कार्यालय में वह सबसे हंसकर बातें करता रहा और करीबी सहकर्मियों से भी किसी तरह की परेशानी की बात नहीं बयां की थी। ऐसे में यही माना जा रहा है कि कोई तात्कालिक विवाद ही था, जिसमें उसने ऐसा कदम उठा लिया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, राजेश बेहद हंसमुख स्वभाव का था और यही वजह थी कि कार्यालय में भी उसके सभी मुरीद थे। वह दूसरों को हमेशा मुस्कुराते रहने को कहता था। एक दिन पहले भी उसका व्यवहार बेहद सामान्य था। उसकी किसी भी बात से सहकर्मियों को जाहिर नहीं हुआ कि वह किसी बात को लेकर परेशान है। कार्यालय का काम खत्म करने के बाद वह चला गया था। मंगलवार को वह दोपहर तक कार्यालय नहीं पहुंचा। फोन लगाया गया लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।
शाम तक नहीं आने पर साथी पुलिसकर्मी शाहगंज थाना परिसर में बने कमरे में पहुंचे, तो वह वहां नहीं मिला। इसी दौरान पता चला कि वह प्रिया से मिलने गया है।साथी वहां पहुंचे तो दरवाजा भीतर से बंद था और ग्रिल काटकर भीतर जाने पर घटना की जानकारी हुई। उसने नॉयलॉन की रस्सी से फंदा बनाया था। जबकि प्रिया पलंग पर मृत पड़ी थी। परिस्थिति जन्य साक्ष्यों के अनुसार इस बात की आशंका है कि कोई तात्कालिक विवाद ही घटना का कारण बना। फिलहाल पुलिस अफसरों का यही कहना है कि महिला सिपाही की मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा।
पूर्व से शादीशुदा था राजेश, पत्नी भी है सिपाही
राजेश शादीशुदा था और उसकी पत्नी भी सिपाही है। वह 2011 बैच की सिपाही है और कासगंज में तैनात रही है। पति-पत्नी के बीच पारिवारिक विवाद भी था जिसे लेकर मामला मध्यस्थता तक पहुंचा था। सूत्रों का यह भी कहना है कि एक हफ्ते पहले उसकी पत्नी शहर आकर उससे मिली भी थी।
दोनों की व्हाट्सअप पर होती थी बात, फोन में मिले चैट
राजेश व प्रिया की व्हाट्सएप पर बात होती थी और उनकी बातचीत के चैट मिले हैं। फिलहाल इस बारे में अफसर ज्यादा कुछ नहीं बता रहे हैं। हालांकि माना जा रहा है कि व्हाट्सएप चैट से यह खुलासा हो सकता है कि क्या उनमें किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था।
पड़ोस में भी रहते थे पुलिसकर्मी, सभी स्तब्ध
जिस मकान में प्रिया रहती थी, उसमें कई अन्य पुलिसकर्मी भी किराये पर रहते हैं। मंगलवार को घटना की जानकारी हुई तो सभी स्तब्ध रह गए। प्रिया संगम पर्यटन थाने में तैनात थी और करीब 1.5 महीने पहले ही उसे यहां तैनात किया गया था। एक दिन पहले वह ड्यूटी करके आई थी और मंगलवार शाम उसे फिर ड्यूटी पर जाना था। लेकिन वह नहीं पहुंची। घटना की जानकारी पर बड़ी संख्या में वहां अन्य पुलिसकर्मी भी पहुंच गए।