लेहड़ी में धूमधाम से मनाया गया भगवान परशुराम जयंती
मेजा, प्रयागराज (विमल पाण्डेय)। अक्षय तृतीया तिथि के पावन अवसर पर मेजा विधानसभा के उरुवा ब्लॉक से सटे लेहड़ी ग्रामसभा में चर्तुथ वर्ष भी भव्य जन्मोत्सव पूजन एवं प्रसाद वितरण का कार्यक्रम का सफलता पूर्वक संपन्न किया गया, जिसका आयोजन हनुमान सेवा समिति "परशुराम सेना" एवं अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा (रॉ) के मेजा अध्यक्ष आनन्द द्विवेदी, अतुल तिवारी एवं सत्यम पांडेय द्वारा संचालित किया गया।
कार्यक्रम में सम्मिलित विशिष्ठ अतिथि के रुप में पूर्व ब्लॉक प्रमुख मेजा डॉ प्रेम शंकर शुक्ला ने आयोजन मंडल द्वारा जिस तरह से प्राचीन स्थलों संस्कृति एवम् सनातन धर्म को संरक्षित करने का कार्य किया जा रहा है वो भी चंदे के सहयोग से वो का है , मेजा ब्राह्मण समाज का गढ़ है फिर भी जो उत्साह जगह जगह दिखना चाहिए वो नही है, उन्होंने यह भी कहा कि ब्राह्मण समाज के नौजवान आज जिस तरह लोगो को जगाने का कार्य कर रहे है वो ऐसे ही बढ़ता रहना चाहिए, वो सदैव ऐसे कार्यों मे तन मन और धन तीनो के साथ है , मां शीतला के अनन्य भक्त राजू शुक्ला भईया सोना भवन ने कहा कि युवाओं का यह प्रयास बेकार नहीं जायेगा और लेहड़ी चौराहे पर भगवान् श्री परशुराम जी की प्रतिमा स्थापित करने हेतु घोषणा किए।
उक्त अवसर पर रामशिरोमणि तिवारी वरिष्ठ समाजसेवी मेजा, सवर्ण आर्मी टीम जिला अध्यक्ष टी.पी. पाण्डेय प्रयागराज, जिला उपाध्यक्ष यमुनापार आशीष पाण्डेय, जिला संगठन मंत्री यमुनापार विवेक पाण्डेय, जिला उपाध्यक्ष गंगापार शुभांशु दुबे विधानसभा मेजा अध्यक्ष रजोल शुक्ला , सत्यम तिवारी , रामश्रृंगार शुक्ला, संजय मिश्रा, जैसे तमाम लोगों ने समाज कल्याण हेतू अपने अपने विचार व्यक्त किए, मंच संचालन आयोजक आनन्द द्विवेदी ने कहा कि भगवान परशुराम जी महराज सदैव असहायो की रक्षा करने हेतु तत्पर रहते थे, है और भविष्य में भी रक्षा हेतू अवतरित होगे क्योंकि शास्त्रों में वर्णित है कि ब्राह्मण गौरव श्री परशुराम जी महराज अजर अमर है, और कलयुग के अंत में अजर अमर देव हनुमान जी महराज के साथ मिलकर पृथ्वी को कलयुग नाम के राक्षस का विनाश करके मुक्त कराएंगे।
द्विवेदी जी ने कहा कि ब्राह्मणों का मूल कार्य ही धर्म संस्कृति और धर्मस्थलों की रक्षा करना है, जिसमें भी ये सबसे पिछली पंक्ति में खड़े हो रहे हैं, इसी से आज ये तिरस्कृत और उपेक्षित हो रहे है , अगर विचार नही बदले तो आगे का भविष्य उज्जवल नही दिख रहा है, इसलिए संगठित होकर जिस उद्देश्य की पूर्ति हेतु ब्राह्मण समाज में पैदा हुए हो , उस काम को भी बढ़ाते रहिए, समय समय पर कई ब्राह्मणों ने अपने जान की बाजी लगा दी , सिर्फ अपनी मिट्टी की रक्षा करने हेतु, अपने प्राचीन स्थलों की रक्षा करने में और ऐसे महापुरुषों से प्रेरणा लेकर युवाओं को भी इनके विचारो को लेकर विचार करना होगा।
कार्यक्रम के सहयोगी शेषमणि शुक्ला, उमेश तिवारी, आशीष तिवारी विक्की, राजा दोगारी, शुभम तिवारी, आदर्श पांडेय, आनन्द पांडेय , ऋशु पांडेय, नीरज शर्मा, विनीत मिश्रा, गोरे लाल मिश्रा, अजयराज शुक्ला, कुडाल, अजय पांडेय, संजय सेठ जैसे कई सम्मानित लोग उपस्थित रहे।