सीएमओ साहब.. आखिर कब होगी ऐसे अस्पतालों पर कार्रवाई
दो माह के अंदर उसी स्थान पर एक दूसरे निजी अस्पताल में हुई थी प्रसुता की मौत
मेजा, प्रयागराज (श्रीकान्त यादव)। मेजा थाना क्षेत्र के रामनगर बाजार में एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन से बच्चे को जन्म देने के बाद प्रसूता की हालत बिगड़ गई। उसे जबरन शहर रेफर कर दिया गया। रास्ते में उसकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजन शव लेकर अस्पताल पहुंचे। इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा कर दिया। जानकारी पर पहुंची पुलिस ने मोर्चा संभाला।
मिली जानकारी के अनुसार मेजा थाना क्षेत्र के उसकी जरार गांव निवासी संदीप भारतीया की पत्नी काजल भारतीया को प्रसव पीड़ा हुई तो 23 मई को घर के लोग रामनगर चिरैया मोड़ बाजार में संचालित शीतला हास्पिटल में भर्ती कराया। जहां आपरेशन के बाद 24 मई को प्रसूता ने बच्चे को जन्म दिया। कुछ ही घंटों में प्रसूता काजल भारतीया की हालत गंभीर हो गई तो अस्पताल संचालक द्वारा शहर रेफर कर दिया गया। परिवार के लोग शहर स्थित अस्पताल ले जा रहे थे कि रास्ते में प्रसूता ने दम तोड़ दिया। परिजन शव लेकर वापस लौटे और शीतला अस्पताल रामनगर में इलाज में लापरवाही का आरोप लगा हंगामा कर दिया। मृतका काजल भारतीया का मायका मेजा थाना क्षेत्र के बिगहनी गांव में है। घटना की सूचना पर मायके वाले भी रोते-बिलखते पहुंचे।
गौरतलब हो कि दो महीने के अंदर रामनगर में संचालित एक लक्ष्मी हास्पिटल में भी एक प्रसूता की मौत हो गई थी। जिसमें चिकित्सा विभाग ने कार्रवाई करते हुए उक्त अस्पताल को सीज कर दिया था। वहीं दो महीने के अंदर यह दूसरी घटना है। देखा जाए तो चंद रुपयों की लालच में प्राइवेट अस्पताल संचालकों द्वारा मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। सीएमओ साहब.. आखिर ऐसे अस्पतालों पर कार्रवाई कब होगी। जब घटना घटित होती है तो चिकित्सा विभाग कोरम पूरा करने के लिए कार्रवाई करता है और उसके बाद चिकित्सा विभाग की अनदेखी और उदासीनता के चलते क्षेत्र में ऐसे सैंकड़ों अस्पताल संचालित हो रहे हैं और मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं।