असिस्टेंट कमिश्नर पद पर होने वाला था प्रोन्नत लेकिन अब
प्रयागराज (राजेश सिंह)। शराब की दुकानों से जबरन वसूली के मामले में फूलपुर की आबकारी इंस्पेक्टर वंदना सिंह को निलंबित किया गया है। उनके खिलाफ दो अनुज्ञापियों ने लखनऊ में जाकर आबकारी आयुक्त डा.आदर्श से की थी। इस प्रकरण में आयुक्त ने गोपनीय जांच कराई तो शिकायत सच पाई गई।
फूलपुर में अंग्रेजी शराब के एक अनुज्ञापी ने इंस्पेक्टर पर यह आरोप लगाया कि दुकान से पांच हजार रुपये मासिक विभाग की इंस्पेक्टर लेती थीं, मगर तीन माह से वह 10 से 15 हजार रुपये जबरन सेल्स मैन से लेने लगी थीं।
मना किया तो पिछले दिनों वह दुकान से 30 हजार रुपये की शराब जबरन उठवा ले गईं। यही नहीं सेल्समैन को धमकी भी दी थी कि उसे तथा दुकानदार के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करा देंगी। वर्ष 2007 बैच की इंस्पेक्टर का अगले माह ही असिस्टेंट कमिश्नर पद पर प्रोन्नत होने वाला था।
वह लगभग छह माह पहले ही अलीगढ़ से स्थानांतरित होकर यहां आई थीं। लखनऊ में मकान खरीदने के बाद से ही उन्होंने अवैध वसूली की रकम बढ़ा थी, कुछ दुकानदार तो देने लगे थे मगर कई ने इसका विरोध किया तो वह नाराज हो गई थीं और रोज ही कार्रवाई करने दुकानों पर पहुंच जाती थीं।
उनके स्थान पर लखनऊ में विभाग में टास्क फोर्स में तैनात अभिषेक मिश्रा को फूलपुर का आबकारी इंस्पेक्टर बनाया गया है। दूसरी ओर यह भी पता चला है कि जिले की अन्य सर्किल में इंस्पेक्टर शराब की दुकानों से वसूली कर रहे हैं। हर दुकान से पांच से छह हजार रुपये वसूले जा रहे हैं।
जिला आबकारी अधिकारी सुशील मिश्रा ने कहा कि फूलपुर की आबकारी इंस्पेक्टर वंदन सिंह के खिलाफ अनुज्ञापी ने वसूली का आरोप लगाया था। मामले में आयुक्त के निर्देश पर जांच हुई और निलंबन की कार्रवाई आयुक्त के स्तर से हुई है। नए आबकारी इंस्पेक्टर तैनात हो गए हैं, जल्द ही वह ज्वाइन भी करेंगे।
शहर में प्रमुख स्थानों पर अंग्रेजी शराब की दो दुकानें दो आबकारी इंस्पेक्टर पार्टनरशिप में चलवा रहे हैं। इसकी जानकारी आबकारी विभाग के उच्चाधिकारियों से लेकर प्रशासन के बड़े अफसरों को भी है। इसमें एक दुकान तो रात में लगभग 11 बजे तक खुलती है।