प्रयागराज (राजेश सिंह)। कुंभ-2025 के दौरान चप्पे-चप्पे की निगरानी के लिए इस बार दो मिनी कमांड सेंटर बनाए जाएंगे। यह सेंटर झूंसी व अरैल में स्थापित होंगे। इनके जरिये झूंसी व अरैल क्षेत्र को भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित सर्विलांस सिस्टम के दायरे में लाया जाएगा।
अब तक मेला क्षेत्र की निगरानी मेला प्राधिकरण के कार्यालय परिसर में बने मुख्य कमांड सेंटर(आईट्रिपलसी) से होती रही है। यहां मेला क्षेत्र में लगे सैकड़ों कैमरों की फीड की लाइव निगरानी होती है। फीड के जरिये ही पूरे मेला क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जाती है। कुंभ को देखते हुए इस बार कैमरों की संख्या बढ़ाई जानी है। इनमें भी बहुत से कैमरे एआई आधारित होंगे, जिनके जरिये फीड के साथ ही कई अन्य प्रकार की सूचनाएं भी कमांड सेंटर में बैठे पुलिसकर्मियों को मिल सकेगी।
कैमरों की संख्या में बढ़ोतरी होने पर कमांड सेंटर में सूचनाओं का दबाव भी बढ़ेगा। एक और अहम बात यह है कि स्नान पर्वों पर संगम व परेड में ही करोड़ों श्रद्धालुओं का जमावड़ा हो जाता है। ऐसे में झूंसी व अरैल क्षेत्र में सतत निगरानी बनाए रखना बड़ी चुनौती होगी। इसी को देखते हुए इस बार दो मिनी कमांड सेंटर बनाने का निर्णय लिया गया है। ये सेंटर झूंसी व अरैल में बनाए जाएंगे। दोनों सेंटर अपने-अपने क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फीड की लाइव निगरानी करेंगे।
क्या होंगी सुविधाएं
10 से ज्यादा मिनी एलईडी स्क्रीन संग एक मास्टर स्क्रीन
कैमरों से ऑनलाइन कनेक्टिविटी, सीधे मिल सकेगी फीड
पब्लिक एनाउंसमेंट सिस्टम कंट्रोल सिस्टम
कुंभ में झूंसी व अरैल क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। ऐसे में दो मिनी कमांड सेंटर बनाए जाने का निर्णय लिया गया है। अगस्त के अंतिम में निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा। -राजेश द्विवेदी, एसएसपी कुंभ
महाकुंभ में भीड़ नियंत्रण की तैयारियां परखने छिंवकी स्टेशन पहुंची अधिकारियों की टीम
महाकुंभ को लेकर मंगलवार को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम छिवकी रेलवे स्टेशन और सरस्वती हाईटेक सिटी पहुंची। टीम ने महाकुंभ को लेकर कराए जा रहे कार्यों का निरीक्षण करने के साथ मेले में आने वाली यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने की व्यवस्था के बारे में की जा रही तैयारियों को देखा। टीम ने यात्रियों के प्रवेश, निकासी और भीड़ बढ़ने पर उनके ठहरने के लिए बनाए जा रहे बाड़े के बारे में रेलवे के अधिकारियों से जानकारी ली। साथ ही स्टेशन के बाहर भीड़ को नियंत्रित और सुरक्षित प्लेटफार्म तक पहुंचने की व्यवस्था भी देखी। इसके अलावा टीम ने सरस्वती हाईटेक सिटी पहुंचकर वहां मेले के दौरान पार्किग व्यवस्था के लिए भूमि का निरीक्षण किया।
मंगलवार देर शाम एडीजी भानु भास्कर, पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा, मेलाधिकारी विजय किरण आनंद, आईजी प्रेम कुमार गौतम, एसपी यमुनापार श्रद्धा नरेंद्र पांडेय, सीनियर कमांडेंट आरपीएफ विजय प्रकाश पंडित के साथ कई प्रशासनिक, पुलिस और रेलवे के अधिकारी छिवकी स्टेशन पहुंचे। टीम ने पहले स्टेशन के बाहर की व्यवस्था परखी। इसके बाद निकास और प्रवेश द्वार, यात्रियों के ठहरने के लिए बाड़ा के साथ स्टेशन के आस-पास खाली स्थान और वहां हो रहे निर्माण कार्य के बारे में जानकारी ली। करीब आधे घंटे तक अधिकारियों की टीम वहां पर रही। इसके बाद टीम सरस्वती हाईटेक सिंटी पहुंची, यहां उन्होंने मेले के दौरान आने वाले चार पहिया और बड़े वाहनों की पार्किंग व वहां से मेले में पहुंचने वाले मार्ग का निरीक्षण किया।