राज्य स्तरीय हेरिटेज क्विज के लिए क्वालीफाई किया
पतंजलि ऋषिकुल में जिला स्तरीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता संपन्न
प्रयागराज (राजेश सिंह)। पतंजलि ऋषिकुल में भारतीय राष्ट्रीय कला और सांस्कृतिक विरासत ट्रस्ट की ओर से भारत की विरासत और संस्कृति पर आधारित जिला स्तरीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन आज किया गया। इस क्विज में प्रयागराज जिले के 13 विद्यालयों की 55 टीमों ने प्रतिभाग किया।
इस हेरिटेज क्विज में इन्टेक के सदस्यगण श्रीमती पूजा गुप्ता, कर्नल पराग भार्गव, शंभू चोपड़ा, श्रीमती ऋतु जायसवाल, क्विज मास्टर श्रुति शर्मा, नीलेश नारायण, अनुपम परिहार, वैभव मैनी, विद्यालय की निदेशक श्रीमती रेखा बैद, विद्यालय के प्रधानाचार्य नित्यानंद सिंह, पतंजलि नर्सरी स्कूल की प्रधानाध्यापिका श्रीमती विभा श्रीवास्तव, विभिन्न विद्यालयों से आए हुए शिक्षक एवं प्रतिभागीगण शामिल हुए।
प्रतियोगिता का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ।
विद्यालय के प्रधानाचार्य नित्यानंद सिंह ने सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि अपनी समावेशी प्रकृति के कारण ही भारतीय संस्कृति नूतन एवं समृद्ध है। अतः हम सभी को अपनी विरासत एवं संस्कृति को संरक्षित करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए तथा उसमे निहित मूल्यों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए।
कार्यक्रम की समान्वयिका श्रीमती पूजा गुप्ता ने भारत की संस्कृति और विरासत की रक्षा में बच्चों के योगदान पर प्रकाश डाला गया।
इस प्रतियोगिता की औपचारिक शुरुआत इन्टेक की लिखित प्रश्नावली के साथ हुआ। इसमें लिखित, मौखिक तथा दृश्य-श्रव्य तरीके से प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इनमें बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और छह चरणों में प्रतियोगिता संपन्न हुई। अंतिम चरण में केवल पतंजलि ऋषिकुल की तीन टीमें पहुंची। जिले से आए हुए सभी 13 विद्यालयों में से पतंजलि ऋषिकुल की छात्राएं अन्विता एवं अन्वेषा तिवारी प्रथम स्थान प्राप्त कर विजेता रहीं और आगामी होने वाली राज्य स्तरीय हेरिटेज क्विज के लिए क्वालीफाई किया।
पतंजलि ऋषिकुल के प्रद्युम्न एवं नीलांश द्वितीय स्थान पर तथा प्रत्यूष एवं नव्या सिंह तृतीय स्थान पर रहे। सभी विजेता टीमों को मोमेंटो देकर पुरस्कृत किया गया।
विद्यालय की निदेशक श्रीमती रेखा बैद तथा सचिव यशोवर्धन ने विजेता टीमों को बधाई देते हुए कहा कि हम सभी को अपने गौरवशाली राष्ट्र की विरासत और संस्कृति को बचाए रखने में निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए तथा लोगों को उसके प्रति जागरूकता लाने का प्रयास करना चाहिए।
इंटेक शंभू चोपड़ा तथा विद्यालय के वरिष्ठ समन्वयक सौरभ अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापन एवं राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।