स्पा सेंटर में फर्जी नाम से कर रही थी काम
प्रयागराज (राजेश सिंह)। शहर के सिविल लाइंस में चार स्पा सेंटरों में चल सेक्स रैकैट में शामिल होने के आरोप में जो 13 महिलाएं व युवतियां पकड़ी गईं, उनमें से एक विदेशी महिला भी शामिल है। युगांडा की रहने वाली यह महिला अवैध रूप से देश में रह रही थी। दो साल से उसने प्रयागराज को ठिकाना बना रखा था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 30 वर्षीय यह महिला पूर्वी अफ्रीका के देश युगांडा के कंपाला शहर की रहने वाली है। वह फर्जी नाम से सिविल लाइंस स्थित स्पा सेंटर में काम कर रही थी। 16 नवंबर 2020 में वह मेडिकल वीजा पर भारत आई। 2022 में वीजा अवधि खत्म हो गई। इसके बाद भी वह वापस नहीं गई। भारत आने के बाद वह काफी दिनों तक दिल्ली के जनकपुरी में रही।
पिछले दो साल से उसने प्रयागराज को ठिकाना बना रखा था। एसीपी श्वेताभ पांडेय ने बताया कि महिला के बारे में और जानकारी जुटाई जा रही है। उसके संबंध में दूतावास से भी संपर्क किया जाएगा।
आईबी, एलआईयू ने पहुंचकर की पूछताछ
युगांडा की महिला की गिरफ्तारी की सूचना पर शनिवार को आईबी व एलआईयू के अफसर भी सिविल लाइंस थाने पहुंचे और जेल भेजे जाने से पहले उससे पूछताछ की। उससे पूछा कि वह वीजा अवधि खत्म होने के बाद कैसे देश में रह रही थी। प्रयागराज तक वह कैसे पहुंची और इसमें उसकी मदद किसने की, इसकी भी जानकारी हासिल की। उसके बारे में सूचना दिल्ली स्थित मुख्यालय को भी भेजी जाएगी।
अनैतिक देह व्यापार में लिप्त होने के आरोप में पकड़ी गईं महिलाओं में से कई अलग-अलग शहरों की रहने वाली हैं। इनमें से कुछ प्रयागराज तो अन्य वाराणसी, लखनऊ, गोरखपुर की हैं। दो युवतियां दिल्ली की भी हैं। फिलहाल पूछताछ में उन सभी ने यह कबूल किया है कि वह अपनी मर्जी से स्पा सेंटर में काम कर रही थीं।
सभी स्पा सेंटरों का सत्यापन कराया जाएगा। उनमें नियमों का पालन हो रहा है या नहीं, इसकी जांच की जाएगी। कर्मचारियों का सत्यापन भी कराया जाएगा। - दीपक भूकर, डीसीपी नगर