रईस चंद्र शुक्ल ने 2022 में सपा के टिकट से शहर दक्षिणी विधानसभा चुनाव मंत्री नंद किशोर नंदी के खिलाफ लड़ा था। वे दूसरे नंबर पर रहे थे। इसके बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने उन्हें भाजपा जॉइन करा दी थी।
चकपूरे कला गांव में रहने वाले अभिषेक त्रिपाठी ने घूरपुर थाने में तहरीर दी। उन्होंने कहा कि उनका रईस चंद्र शुक्ल, उनके बेटे संदीप शुक्ल, प्रकाश सिंह, देवेंद्र सिंह, हर्षित रौतेला, तापस केसरवानी अभिषेक गुप्ता से विवाद चल रहा है। जमीन और मकान का यह विवाद कोर्ट में है। 1 सितंबर को भाजपा नेता रईस चंद्र शुक्ल ने घर से कब्जा हटाने की धमकी दी। कहा था, कब्जा न हटा तो जान से मार दिया जाएगा।
पीड़ित बोला- रईस चंद्र शुक्ल ने कहा 48 घंटे में हत्या हो जाएगी
तब अभिषेक त्रिपाठी ने धमकी की शिकायत पुलिस अधिकारियों से की थी। साथ ही घूरपुर थाना प्रभारी को शिकायती पत्र दिया था। अभिषेक का आरोप है कि शुक्रवार शाम करीब 30 लोग बुलडोजर लेकर पहुंचे और मकान को ढहा दिया। मकान का सारा सामान उठा ले गए।
अभिषेक का कहना है कि उन्होंने विरोध किया तो धमकाया गया। कहा कि हमारे बॉस रईस चंद्र शुक्ल ने तुम्हारी 48 घंटे में हत्या कराने की बात कही है। अभिषेक की तहरीर पर घूरपुर पुलिस ने रईस चंद्र शुक्ल, अलंकार सिंह सहित 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। वीडियो के आधार पर मामले की जांच और पहचान की जा रही है।
केशव भाजपा में लाए, नंदी के खिलाफ लड़ा था चुनाव
रईस चंद्र शुक्ल कभी भाजपा, तो कभी सपा का दामन थामते रहे हैं। उन्होंने 2022 में सपा के टिकट से शहर दक्षिणी विधानसभा चुनाव मंत्री नंदी के खिलाफ लड़ा था। इसके बाद डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने उन्हें भाजपा जॉइन करा दी। इसे लेकर मंत्री नंदी ने नाराजगी जताते हुए संगठन के उच्च पदाधिकारियों से शिकायत की थी। रईस चंद्र शुक्ल भाजपा के टिकट पर इलाहाबाद सीट से एमएलसी का चुनाव भी लड़ चुके हैं। वह शहर के बड़े बिजनेसमैन में शुमार किए जाते हैं।
सीसीटीवी से पुलिस कर रही पहचान
घूरपुर में बुलडोजर से मकान ढहाए जाने के मामले में पुलिस ने अब जांच तेज कर दी है। अभिषेक ने भाजपा नेता रईस चंद्र शुक्ला, अलंकार सिंह को नामजद करते हुए 30 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। बुलडोजर लेकर पहुंचे लोगों की पहचान के लिए पुलिस वायरल वीडियो और आस-पास लगे सीसीटीवी की मदद ले रही है।
पुलिस ने बुलडोजर को जब्त किया है। वह हाईवे किनारे खड़ा मिला था। बाकी बुलडोजर लेकर पहुंचे लोगों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
2 साल पहले तक पार्टनरशिप में थे, फिर विवाद हो गया
भाजपा नेता द्वारा बुलडोजर से मकान ढहाने के मामले में कई फैक्ट सामने आ रहे हैं। रईस चंद्र शुक्ला और अभिषेक त्रिपाठी ने 2 साल पहले पार्टनरशिप के तहत एक फर्म बनाई। फिर दोनों के बीच रुपये के लेन-देन का विवाद हो गया था। डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने कहा - पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। बुलडोजर कब्जे में लिया गया है। दो पक्षों का आपसी विवाद है। बुलडोजर लेकर पहुंचे लोगों की तलाश की जा रही है।