नैनी, प्रयागराज (राजेश सिंह)। क्षेत्र के दाउद नगर मेवालाल बगिया स्थित पीडीए द्वारा सील भवन पर अवैध निर्माण का मामला दिनों दिन गरमाता जा रहा है। एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद अनाधिकृत निर्माण को गिराने में देरी से पीडीए की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगने लगे हैं। मामला अप्रवासी भारतीय महिला बहनों के इस भवन पर मालिकाना हक से जुड़ा हुआ है। बहनों का आरोप है कि पीडीए के जोनल अधिकारी आलोक गुप्ता तथा नैनी पुलिस की मिलीभगत से आरोपी रितु शर्मा पत्नी सुशांत दीक्षित ने सील भवन पर अनाधिकृत निर्माण कराना शुरू किया था। इस मामले में शुक्रवार 18 अक्टूबर 2024 को प्रयागराज विकास प्राधिकरण के भवन निरीक्षक कुंवर आनंद की ओर से दी गई तहरीर पर नैनी थाने में रितु शर्मा पत्नी सुशांत दीक्षित के विरुद्ध अपराध संख्या 628 /24 धारा 447 के तहत मामला दर्ज कराया गया है। तहरीर में दर्शाया गया है कि 26 जून से 14 अक्टूबर 2024 तक अवैध निर्माण कराया गया है। जबकि पूर्व में ही भवन को प्रयागराज विकास प्राधिकरण की ओर से जून महीने में सील कर दिया गया था। इस हाई प्रोफाइल मामले की विवेचना उप निरीक्षक नैनी थाना मनीष जायसवाल को सौंपी गई है। बता दें कि अप्रवासी महिला बहनों ने इस मामले में सोशल प्लेटफॉर्म पर अवैध निर्माण किए जाने का वीडियो क्लिप भी वायरल किया था। इस बीच संज्ञान में आया है कि अवैध निर्माण में प्रयुक्त बांस-बल्ली को शनिवार को हटाया जा रहा था। इस संबंध में जब प्रयागराज विकास प्राधिकरण के सचिव से उनके मोबाइल पर वार्ता की गई तो उन्होंने यह कहते हुए पल्ला झाड़ने का प्रयास किया कि वह अभी जोनल अधिकारी से बात कर अग्रिम कार्रवाई की जानकारी अखबार के प्रतिनिधि को देंगे। हालांकि उनका बाद में कोई कॉल नहीं आया।