प्रयागराज (राजेश सिंह)। नैनी के गंगोत्री नगर में प्रतियोगी छात्रा की खुदकुशी में परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप लगाया कि बेटी के इस कदम के लिए एक दरोगा जिम्मेदार है। वह कई महीने से बेटी के संपर्क में था और शादी का वादा भी किया था। उसके कमरे पर रहता भी था। फिलहाल, वह शव लेकर एटा चले गए हैं। उनका कहना है कि अंतिम संस्कार के बाद इस मामले में मुकदमा दर्ज कराएंगे।
मूलरूप से एटा के नगर कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली दीपशिखा (22) गंगोत्री नगर में किराये के कमरे में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करती थी। मंगलवार सुबह वह फांसी के फंदे पर लटकी मिली। पुलिस का कहना है कि मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।
उधर, बुधवार को पोस्टमार्टम के दौरान मोर्चरी पहुंचे पिता सुरेंद्र कुमार व अन्य परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए। कहा कि दरोगा ने खुद शादी का प्रस्ताव रखा था। बाद में उसने दहेज में 20 लाख की कार की मांग की। इस बात को लेकर बेटी परेशान थी। इसी वजह से उसने यह कदम उठाया। परिजनों का यह भी आरोप है घटना सोमवार रात की है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फांसी लगाने से मौत की बात सामने आई है। परिजनों से बातचीत की गई है। फिलहाल, उनकी ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है। तहरीर मिलती है तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। - विवेक चंद्र यादव, डीसीपी यमुनानगर
पिता से फोन पर कराई थी बात
छात्रा के पिता सुरेंद्र कुमार ने बताया कि आरोपी दरोगा ने दीपावाली के आसपास खुद फोन पर बात कर उनके सामने शादी का प्रस्ताव रखा था। इसके बाद फोन पर अपने पिता से बात भी कराई थी। बताया कि वह प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते हैं और कार की जगह प्लॉट देने पर राजी भी हो गए थे। उन्होंने यह भी बताया कि कमरे में दरोगा के कपड़े व जूते मिले हैं। बेटी के मोबाइल में उसके साथ हुई चैटिंग, फोन कॉल के सबूत भी मौजूद हैं।
भोर में तीन बजे पहुंचा था दराेगा
उधर सूत्रों का कहना है कि दरोगा मंगलवार भोर में तीन बजे छात्रा के कमरे पर पहुंचा था। दरवाजा भीतर से बंद मिलने पर उसने ही तोड़ा और फिर शव को फंदे से उतारा। हालांकि, इसके बाद वह बिना किसी को सूचना दिए वहां से चला गया।
सीसीटीवी फुटेज से भी इसकी पुष्टि हुई है। सुबह मकान मालिक ने सूचना दी तो पुलिस पहुंची और देखा कि शव बिस्तर पर पड़ा था। उधर इस मामले में दरोगा से पक्ष जानने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन कॉल का कोई जवाब नहीं दिया।