प्रयागराज (राजेश सिंह)। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के निर्णय को लेकर अभी भी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। रातभर छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया। प्रतियोगी छात्रों ने भी अपना एक नारा गढ़ लिया है। बेमियादी धरने पर बैठे छात्रों का नारा है, 'न बटेंगे न हटेंगे।' इस नारे वाले हजारों पर्चे छात्रों के बीच वितरित किए गए।
ताजा जानकारी के मुताबिक, प्रतियोगी छात्रों के समर्थन में प्रयागराज इंटरसिटी से प्रयाग स्टेशन पहुंचे पूर्व आईजी अमिताभ ठाकुर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। जिसके बाद उन्हें कटरा चौकी ले गए। वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी छात्रों के प्रदर्शन को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा और एक्स पर लिखा कि भाजपा के एजेंडे में सिर्फ़ ‘चुनाव’ है और भाजपा राज में अभ्यर्थियों के हिस्से में आया सिर्फ़ ‘तनाव’ है। युवा कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा! जब भाजपा जाएगी तब नौकरी आएगी।
भाजपा के एजेंडे में सिर्फ़ ‘चुनाव’ है और भाजपा राज में अभ्यर्थियों के हिस्से में आया सिर्फ़ ‘तनाव’ है।
युवा कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!
जब भाजपा जाएगी
तब नौकरी आएगी#uppsc#uppcs2024#no_normalization#ro_aro_onedayexam#uppsc_oneshift_onedayexam#UPPCS_ROARO_ONESHIFT pic.twitter.com/oQ2CM0gfwf
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 12, 2024
छात्रों के प्रदर्शन पर मायावती का सरकार पर निशाना
उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि उत्तर प्रदेश संघ लोक सेवा आयोग द्वारा पीसीएस तथा आरओ-एआरओ की भी प्रारंभिक परीक्षा-2024 एक समय में कराने में विफलता को लेकर आक्रोशित छात्रों पर पुलिस कार्रवाई से उत्पन्न स्थिति की खबर का व्यापक चर्चा में रहना स्वाभाविक है।
3. साथ ही, गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई आदि की जबरदस्त मार झेल रहे छात्रों के प्रति सरकार का रवैया क्रूर नहीं बल्कि सहयोग एवं सहानुभूति का होना चाहिए। इसको लेकर सरकार खाली पड़े सभी बैकलाग पर जितनी जल्दी भर्ती की प्रक्रिया पूरी करे उतना बेहतर। लोगों को रोज़ी-रोेज़गार की सख्त जरूरत।
Mayawati (@Mayawati) November 12, 2024
छात्रों की ये है मांग
छात्रों ने इस नारे के जरिये आयोग को संदेश भेजा है कि जब तक दो दिन परीक्षा कराने और नॉर्मलाइजेशन निरस्त करने का नोटिस जारी नहीं किया जाएगा, तब तक छात्र धरना स्थल से हटने वाले नहीं हैं। धरना स्थल पर छात्रों ने हाथों में कई तख्तियां भी ले रखीं थीं, जिन पर नारे लिखे थे। छात्र इन नारों के जरिये आयोग के निर्णय के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे थे।
रातभर छात्रों का प्रदर्शन चला
धरना स्थल पर न तो किसी छात्र संगठन और न ही किसी राजनीति दल का झंडा दिखा। छात्रों केवल तिरंगा लहराते दिखे। चंद्रशेखर आजाद पार्क से महज 200 मीटर दूसरे इस आंदोलन के दौरान छात्रों के हाथों में शहीद चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह और महात्मा गांधी की तस्वीरें लहराती नजर आई। छात्र बार-बार कहते रहे कि वे शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे हैं और मांगें पूरी होने तक वहीं डटे रहेंगे।
छात्रों को समझाने पहुंचे-डीएम और पुलिस कमिश्नर पर नहीं बनी बात
देर रात पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा और जिलाधिकारी रविंद्र मांदड़ भी लोकसेवा आयोग पहुंचे। काफी देर तक दोनों अधिकारियों ने प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन अभ्यर्थी अपनी मांग पर अड़े रहे। प्रतियोगी छात्र किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।