प्रयागराज (राजेश सिंह)। दिव्य और भव्य महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व पर पुण्य की डुबकी लगाने जा रही श्रद्धालुओं से भरी एक नाव अचानक मझधार में फंस गई। गंगा का प्रवाह तेज होने के कारण नाविक अपनी नाव को संभाल नहीं पाया और वह तीव्र गति से आगे बढ़ने लगी। मुसीबत में फंसे स्नानार्थियों की चीख-पुकार सुनकर जल पुलिस और बचाव दल की दूसरी टीम तत्काल मौके पर पहुंचकर सभी को सकुशल बचा लिया। बताया गया है कि रांची झारखंड निवासी विप्लव कुमार और गोरखपुर की वीणा देवी अपने-अपने परिवार के साथ बुधवार सुबह सेक्टर 25 के अरैल घाट पर पहुंचे। सुबह करीब छह बजे सभी लोग एक नाव पर सवार हुए। नाविक चप्पू चलाते हुए नाव को संगम तट की ओर ले जा रहा था। मगर इसी बीच गंगा का प्रवाह तेज होने के कारण वह नाव को पूरी तरह से संभाल नहीं पा रहा था। किसी तरह संगम के करीब पहुंचा तो नाव मझधार में फंस गई। उठती लहरों के बीच सभी श्रद्धालु घबराने लगे। नाव संगम की ओर जाने की बजाय दूसरी दिशा की ओर तेज गति से बढ़ने लगी। यह देख उस पर सवार स्नानार्थी चीखने और पुकारने लगे। शोर सुनकर पेट्रोलिंग कर रहे जल पुलिस प्रभारी जनार्दन साहनी अपनी टीम और प्रशिक्षित गोताखोर के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद फंसी हुई नाव और उसमें श्रद्धालुओं को सुरक्षित बचाकर घाट के किनारे पहुंचाया। डूबने से किसी तरह बचे स्नानार्थियों ने राहत की सांस ली।