नागपुर। हर्षित ने एक ही ओवर में बेन डकेत और हैरी ब्रूक को आउट किया। फिर लियाम लिविंगस्टोन को पवेलियन भेजा। इस तरह उन्होंने सात ओवर के अपने स्पैल में 53 रन लुटाए। भारतीय टीम के तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने बताया कि किस तरह कप्तान रोहित शर्मा की सलाह से वह इंग्लैंड के खिलाफ नागपुर में खेले जा रहे पहले वनडे मैच में वापसी करने में सफल रहे थे। हर्षित ने इस मैच से वनडे में डेब्यू किया है और उन्होंने अपने पहले ही मैच में तीन विकेट झटके जिससे इंग्लैंड 47.4 ओवर में 248 रन पर ऑलआउट हो गया।
शुरुआत में महंगे रहे थे हर्षित
हर्षित का पहला ओवर महंगा रहा था और उन्होंने 11 रन लुटाए थे। इसके बाद उन्होंने वापसी करते हुए मेडन ओवर डाला। फिर आईपीएल में उनकी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के साथ रहे फिल सॉल्ट ने हर्षित को निशाने पर लिया और उनके ओवर से 26 रन जुटाए। यह भारत के लिए वनडे में डेब्यू मैच में किसी खिलाड़ी द्वारा एक ओवर में लुटाए गए सबसे ज्यादा रन हैं। इसके बाद हर्षित ने जबरदस्त वापसी की और इंग्लैंड के मध्यक्रम को ध्वस्त करके रख दिया। हर्षित ने एक ही ओवर में बेन डकेत और हैरी ब्रूक को आउट किया। फिर लियाम लिविंगस्टोन को पवेलियन भेजा। इस तरह उन्होंने सात ओवर के अपने स्पैल में 53 रन लुटाए।
रोहित ने कसी हुई गेंदबाजी करने कहा
हर्षित ने कहा, श्मुख्य प्रेरणा लगातार लेंथ पर गेंदबाजी करते रहना था। शुरुआत में उन्होंने मेरे ओवर में आक्रामकता दिखाई, लेकिन मैं अपनी लेंथ से नहीं हटा और बाद में मुझे इसका फायदा मिला।श् हर्षित ने कहा कि रोहित ने उनसे जितना संभव हो सके उतनी कसी हुई गेंदबाजी करने और इंग्लैंड के बल्लेबाजों को कोई मौका नहीं देने के लिए कहा था।
हर्षित ने कहा, वे बस मौका तलाश रहे थे। उनकी कोशिश बस यह थी कि जैसे ही मैं मौका दूं, वे अपने हाथ खोलें, इसलिए मैंने और रोहित भईया ने चर्चा की और उन्होंने कहा कि जितना संभव हो मैं कसी हुई गेंदबाजी करूं। मैंने बस ऐसा ही करने की कोशिश की। यह थोड़ा दोहरी गति वाला विकेट था। कुछ गेंदें अचानक किक मार रही थी, जबकि कुछ थोड़ा रुक के आ रही थी। हर्षित ने पिछले तीन महीने में भारत के लिए तीनों प्रारूप में डेब्यू किया और वह इस उपलब्धि से काफी खुश हैं। हर्षित ने कहा कि उन्होंने इसके लिए काफी मेहनत की है और वह इस बात से खुश हैं कि उन्हें कड़ी मेहनत का फल मिल रहा है। हर्षित ने कहा, यह मेरे जीवन का सपना है, लेकिन मैंने इसके लिए काफी मेहनत की थी। मुझे ऐसा लग रहा है कि कड़े प्रयासों का फल मुझे मिल रहा है।