Ads Area

Aaradhya beauty parlour Publish Your Ad Here Shambhavi Mobile

महाकुंभ लाकर पत्नी को मार डाला, घर वालों से बोला-भीड़ में बीवी खो गई

sv news

प्रयागराज (राजेश शुक्ल)। महाकुंभ में तीर्थ कराने के बहाने पति ने अपनी पत्नी को ही मार डाला। झूंसी में 19 फरवरी को 35 वर्षीय महिला की लाश मिली थी। गले पर गहरे घाव थे। महिला की पहचान करती हुई पुलिस एक होटल तक पहुंची। यही पर वह अपने पति के साथ ठहरी हुई थी।उसने होटल में बिना प्क् का कमरा लिया था।

इसलिए सीसीटीवी की मदद से पुलिस आरोपी पति अशोक तक पहुंच गई। महिला का नाम मीनाक्षी सामने आया है, उसका पति अशोक कुमार दिल्ली नगर निगम में जॉब करता है। पुलिस ने पति को अरेस्ट किया है। पूछताछ में सामने आया कि अशोक ने 18 फरवरी की रात अपनी पत्नी की गला रेत कर हत्या कर दी। 19 फरवरी की सुबह अपने घर पर फोन करके बताया कि मीनाक्षी महाकुंभ की भीड़ में गुम हो गई। फिर वह दिल्ली लौट गया।

अशोक कुमार मूल रूप से साउथ मलाका का रहने वाला है। जो दिल्ली नगर निगम में नौकरी करता था। वहां उसके एक महिला से अवैध संबंध हो गए थे। पत्नी को इस बात का शक हो गया था। मोबाइल डिटेल में पत्नी ने उस युवती को ट्रेस कर लिया था। फिर अशोक ने बीवी के कत्ल की योजना बनाई। वह संगम स्नान के बहाने पत्नी को दिल्ली से प्रयागराज लाया। यहां ऐसे इलाके में कमरे की तलाश शुरू की जहां कैमरे, आईडी आदि का चक्कर न हो। उसे कमरा मिल गया। रात में बाथरूम के अंदर पत्नी का गला रेत दिया। इसके बाद धारदार हथियार को बैग में रख लिया।

बेटा मां को तलाश रहा था

अश्विन नाम का 22 साल का युवक झूंसी थाने पहुंचा। थाना प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह को अपनी मां की फोटो दिखाते हुए बताया कि उसकी मम्मी मीनाक्षी हैं। यह लापता हैं। पिता के साथ 19 फरवरी को महाकुंभ गई थीं। इसके बाद अश्वनि शहर के कई थानों के साथ महाकुंभ में बने थानों का चक्कर काटने लगा। प्रयागराज जंक्शन के आसपास के थानों में गया तो वह मौजूद पुलिसकर्मियों ने फोटो देखकर बताया कि झूंसी में एक महिला की हत्या हुई है। चेहरा यूं मिलता है। अश्वनि झूंसी थाना प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह से मिला तो उन्होंने पोस्टमार्टम हाउस में रखी महिला की लाश उसे दिखाई।

बेटे को विश्वास में लेकर पिता को बुलाया

लाश देखकर अश्वनि बिलखने लगा। शव उसकी मां का था। पुलिस ने पूछताछ के बाद पिता की भूमिका को लेकर सवाल किया। अश्वनि से कहा गया कि अपने पिता अशोक को फोन करके बहाने से बैरहना के पास बुलाए। अश्वनी ने ऐसा ही किया और फिर अशोक आ गया। पुलिस ने उसे दबोच लिया। थाने लाकर लंबी पूछताछ की गई। एसओ उपेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक, पूछताछ में उसने बताया कि 17 फरवरी को दिल्ली से महाकुंभ स्नान के लिए पत्नी को लेकर निकला था। 18 की देर रात कमरे की तलाश में उसकी मुलाकात झूंसी में सुरेंद्र बिंद से हुई।

सुरेंद्र ने अपने मौसी के बेटे संजय का कमरा 500 रुपए में किराए पर दिलवाया था। अशोक यही चाहता था कि उसे ऐसा कमरा मिले जहां सीसीटीवी और अन्य सुविधाएं न हों। पत्नी जब बाथरूम में गई तो वहीं पर धारदार हथियार से उसके गर्दन पर प्रहार कर उसे मार डाला और वहां से भाग निकला था।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad