नई दिल्ली। हीरो कौन होता है? वो जो कठिनाइयों से लड़कर भी जीतने का जज्बा रखे और अपना दम दिखाकर दुनिया को दीवाना बना ले। न्यूजीलैंड के युवा क्रिकेटर रचिन रवींद्र भी एक हीरो बनकर उभरे हैं। कुछ दिनों पहले सिर में गंभीर चोट झेली, लेकिन क्रिकेट का जुनून ऐसा कि वापसी का जश्न ही शतक जमाकर किया। क्रिकेट जगत में रचिन रवींद्र की जमकर तारीफ हो रही है।
25 साल के रचिन रवींद्र को हाल ही में संपन्न ट्राई-सीरीज के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ सिर में चोट लगी थी। डीप मिडविकेट पर फील्डिंग करते समय रचिन रवींद्र कैच पकड़ने गए, लेकिन फ्लड लाइट की खराबी के कारण उन्हें गेंद नजर नहीं आई और सीधे माथे पर आकर लगी। इसके बाद फ्लड लाइट के खराब रवैये पर काफी बवाल हुआ था।
बहरहाल, रचिन रवींद्र को तत्काल मैदान से बाहर ले जाया गया। फिर अगले कुछ दिन न्यूजीलैंड टीम प्रबंधन ने रचिन रवींद्र की फिटनेस पर कोई अपडेट नहीं दिया और लगातार बताया कि युवा क्रिकेटर की रिकवरी के बाद अपडेट पाने का इंतजार किया जा रहा है। तभी खबरें उड़ने लगी कि रचिन रवींद्र बुरी तरह जख्मी हुए और चौंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो गए हैं।
टीम प्रबंधन ने धैर्य रखा
रचिन रवींद्र के चौंपियंस ट्रॉफी से लगातार बाहर होने की खबरें फैल रही थी, लेकिन कीवी टीम प्रबंधन ने धैर्य रखा। टीम प्रबंधन ने रवींद्र के पूरी तरह ठीक होने का इंतजार किया और मीडिया को जानकारी दी कि वह स्क्वाड से बाहर नहीं हैं। इस बीच न्यूजीलैंड ने बिना रवींद्र के पाकिस्तान को चौंपियंस ट्रॉफी के उद्घाटन मैच में मात दी।
लौट आया टीम का शेर
न्यूजीलैंड को अपना अगला मुकाबला बांग्लादेश के खिलाफ खेलना था, जिस मुकाबले पर कई नतीजे निर्भर थे। अगर कीवी टीम बांग्लादेश को हरा देती तो वह सीधे सेमीफाइनल में पहुंच जाती। अगर कीवी टीम हारती तो पाकिस्तान के लिए सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद की राह जागती। मगर कीवी कप्तान मिचेल सैंटनर ने एक दांव खेला और रचिन रवींद्र की प्लेइंग 11 में वापसी कराई।
रिकॉर्ड्स की लगाई झड़ी
रचिन रवींद्र ने अपने कप्तान के भरोसे को पूरी तरह कायम रखा और बांग्लादेश के खिलाफ चौथे नंबर पर आकर शतक जड़ दिया। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 105 गेंदों में 12 चौके और एक छक्के की मदद से 112 रन बनाए और वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया। रचिन रवींद्र के रिकॉर्ड्स पर नजरः
रचिन रवींद्र वनडे वर्ल्ड कप और चौंपियंस ट्रॉफी के डेब्यू मैच में शतक जमाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बने।
इसके साथ रचिन रवींद्र ने अपने वनडे करियर के 1000 रन भी पूरे किए। वह न्यूजीलैंड की तरफ से वनडे प्रारूप में सबसे तेज 1000 रन बनाने वाले पांचवें बल्लेबाज बने। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 26वीं पारी में इस आंकड़े को पार किया।
रवींद्र न्यूजीलैंड के लिए आईसीसी इवेंट में सबसे ज्यादा शतक (4) जड़ने वाले नंबर 1 बैटर बन गए। उनसे पहले इस मामले में नाथन एस्टल और केन विलियमसन (3-3 शतक) के साथ संयुक्त रूप से नंबर-1 पर मौजूद थे।
रचिन रवींद्र ने न्यूजीलैंड के लिए चौंपियंस ट्रॉफी में रन चेज करते हुए सर्वाधिक निजी स्कोर का रिकॉर्ड अपने नाम किया। उनसे पहले भारत के खिलाफ 2000 में क्रिस कैर्न्स (102’) के नाम यह रिकॉर्ड दर्ज था।