मांडा, प्रयागराज (शशिभूषण द्विवेदी)। 144 साल में लगे महाकुम्भ के खास प्रचार के चलते माघ बीत जाने के बाद भी अभी तक मांडा क्षेत्र के राजमार्गों से प्रयागराज से लौटने वाले वाहनों की अपेक्षा प्रयागराज जाने वाले वाहनों की संख्या अधिक है। मांडा क्षेत्र के मिर्जापुर प्रयागराज व बीपी प्रतापपुर दोनों राजमार्गों से प्रयागराज की ओर जाने वाले वाहनों का तांता लगातार लगा हुआ है। जबकि प्रयागराज से वापस आने वाले वाहनों में थोड़ा बहुत अंतराल रहता है। मिर्जापुर प्रयागराज राजमार्ग पर बसे पाली, हेमपुर, नहवाई, मांडा रोड, टिकरी, धरांवनारा, चिलबिला, दिघिया, आंधी, गरेथा आदि गांवों के सड़क किनारे रह रहे लोगों व दुकानदारों का कहना है कि किसी कुंभ, अर्धकुंभ में माघी पूर्णिमा के बाद सड़क खाली हो जाती थी, लेकिन इस बार इन गांवों के लोगों को अनवरत वाहनों के आवागमन से सड़क पार करने में काफी परेशानी हो रही है। यही हाल वीपी प्रतापपुर राजमार्ग का है। लोगों का यह भी कहना है कि राजमार्ग पर चलने वाले अन्य प्रांतों के वाहनों की स्पीड काफी अधिक होने के कारण अक्सर दुर्घटनाएं भी हो रही हैं।