बरसाना की लट्ठमार होली आकर्षण का मुख्य केंद्र मानी जाती है। ऐसे में अगर आप भी इस होली बरसाना आना चाहते हैं, तो आपको बरसाना में कुछ फेमस और प्राचीन मंदिरों के दर्शन जरूर करना चाहिए...
मथुरा। पूरी दुनिया में ब्रज की होली फेमस है। यहां पर होली का पर्व करीब 40 दिनों तक मनाया जाता है। ब्रज की फेमस होली का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु ब्रज पहुंचते हैं। यहां पर कई तरह की होली खेली जाती है। लेकिन बरसाना की लट्ठमार होली आकर्षण का मुख्य केंद्र मानी जाती है। ऐसे में अगर आप भी इस होली बरसाना आना चाहते हैं, तो आपको बरसाना में कुछ फेमस और प्राचीन मंदिरों के दर्शन जरूर करना चाहिए।
बरसाना में राधा रानी मंदिर यहां का सबसे फेमस धार्मिक स्थल है। राधा रानी मंदिर ब्रह्मांचल पहाड़ी पर स्थित है। इस मंदिर को श्राधारानी महलश् और श्लाडली जी का मंदिरश् भी कहा जाता है। यह मध्यकाली प्राचीन मंदिर है। राधा रानी मंदिर लाल और पीले पत्थरों का बना है। इस सुंदर और भव्य मंदिर का निर्माण साल 1675 में राजा वीरसिंह ने कराया था। इस मंदिर से आपको बरसाना गांव का नजारा बेहद आकर्षक नजर आएगा।
नारायण भट्ट जी निवास स्थान
बरसाना में राधा रानी मंदिर से कुछ दूरी पर स्थित नारायण भट्ट जी का निवास स्थान है। धार्मिक मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने नारायण भट्ट जी को ब्रज की खोज के लिए ही पृथ्वी लोक पर भेजा था। बरसाना के राधा रानी मंदिर में राधारानी का विग्रह आज भी मौजूद है। जोकि गोस्वामी नारायण भट्ट जी ने प्रकट किया था। बताया जाता है श्रीराधा रानी को नारायण भट्ट जी अपनी पुत्री के रूप में पूजते हैं। इसी वजह से ब्रज के लोग राधा रानी को प्यार से लाडली या प्यारी बेटी कहने लगे।
सखी ललिता का मंदिर
वहीं बरसाना गांव से करीब 2 किमी की दूरी पर ऊंचा गांव में राधारानी की प्रधान सखी ललिता देवी का मंदिर है। ललिता और कृष्ण के दिव्य विवाह का साक्षी यहां पर स्थिति सखिगिरि पर्वत आज भी है। धार्मिक मान्यता है कि ललिता सखी और अन्य सखियों के साथ श्रीकृष्ण ने सखिगिरी पर्वत पर सात फेरे लिए थे।
कीर्ति मंदिर
बता दें कि बरसाना का एक खास मंदिर कीर्ति मंदिर है। यह मंदिर देवी राधा और उनकी मां कीर्ति को समर्पित है। इस मंदिर का नाम कीर्ति देवी राधा की माता के नाम पर है। कीर्ति मंदिर दुनिया के ऐसा इकलौता मंदिर है, जहां पर राधा रानी मां की गोद में हैं। मंदिर के गर्भगृह के दरवाजे के दोनों तरफ अष्ट सखियां लाडली जी को निहारती नजर आएंगी।