प्रयागराज (राजेश सिंह)। माफिया अतीक अहमद के उस बयान पर गिरफ्तार आतंकी लजर मसीह ने मुहर लगा दी है, जिसमें उसने कहा था कि पाकिस्तान से असलहे मिलते हैं। पाकिस्तान के कुछ असलहा तस्कर ड्रोन के जरिए स्वचलित पिस्टल और हैंड ग्रेनेड जैसे दूसरे हथियार पंजाब में गिराते हैं। इसके बाद पाकिस्तानी नेटवर्क से जुड़े लोग असलहों को अलग-अलग स्तर सप्लाई करते हैं।
प्रदेश के बहुचर्चित उमेश पाल और उनके दो सरकारी सुरक्षाकर्मियों की गोली व बम मारकर सरेशाम हत्या की गई थी। इस सनसनीखेज वारदात में नामजद आरोपित अतीक अहमद को पुलिस द्वारा गुजरात के साबरमती जेल से लाया गया था। पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर जब पुलिस ने माफिया अतीक से विदेशी व आधुनिक असलहों के बारे में पूछताछ की थी, तब उसने पाकिस्तान का नाम लिया था।
बताया था कि उसके करीबी पाकिस्तान से हथियार मंगवाते हैं। पाकिस्तान में बैठे कई आतंकी संगठन से जुड़े लोग भी ड्रोन के माध्यम से भारत से हथियार भिजवाते हैं और हवाला के जरिए पैसे लेते हैं। माफिया अतीक के बयान में पाकिस्तान का नाम आने के बाद आतंकवाद निरोधक दस्ता और राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने भी बयान दर्ज किया था।
अतीक ने इटली की पिस्टल बरामद कराने की भी बात कही थी, लेकिन इससे पहले ही उसकी हत्या हो गई थी। एसटीएफ का कहना है कि आतंकी लजर के कब्जे से हैंड ग्रेनेड, डेटोनेटर, आटोमेटिक पिस्टल सहित अन्य सामग्री बरामद हुई है। इसके बारे में जब लजर से पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि पाकिस्तान से असलहे मिलते हैं। ड्रोन के माध्यम से पंजाब में गिराए जाते हैं। यही बात माफिया अतीक ने भी अपने बयान में कही थी। इस आधार पर माना गया है कि आतंकी ने अतीक के बयान पर मुहर लगा दी है।
आतंकी लजर और उसके साथी हथियार के लिए अलग-अलग कोडवर्ड का इस्तेमाल करते थे। सूत्रों का कहना है कि हैंडग्रेनेट को लजर और उसके हैंडलर आलू कहते थे। ऐसा इसलिए ताकि कोई व्यक्ति आसानी से नहीं समझ सके कि हथियार के बारे में बातचीत हो रही है। इंटरनेट पर कॉल के दौरान भी वह कोडवर्ड का इस्तेमाल करता था, जिसे अब डिकोड किया जा रहा है।