प्रयागराज (राजेश सिंह)। बकरीद के मद्देनजर कमिश्नरेट पुलिस ने जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कमर कस ली है। पशु तस्करी और प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी को रोकने के लिए बुधवार से तीन दिवसीय विशेष अभियान छेड़ दिया गया है। इससे पहले मातहतों से ऑनलाइन मुखातिब होते हुए आला अफसरों ने साफ कर दिया है कि गड़बड़ी हुई तो जिम्मेदारी तय होगी।
एडिशनल सीपी (अपराध) डॉ. अजय पाल शर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी डीसीपी, एसीपी और थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि बकरीद पर कानून व्यवस्था से किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। जिन इलाकों में पशु तस्करी जैसी घटनाएं सामने आई हैं और पूर्व में संदिग्ध गतिविधियां हुई हैं, वहां विशेष नजर रखी जाएगी।
चिह्नित पशु तस्करों व गोवध अधिनियम के मामलों में नामजद रहे लोगों की गतिविधियों की निगरानी करें। कोई संदिग्ध हरकत में लिप्त नजर आए तो उसके खिलाफ फौरन निरोधात्मक कार्रवाई करें। तय कर लें कि किसी भी हाल में कोई नई परंपरा न शुरू हो। कहीं भी प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी की कोशिश की गई तो संबंधित व्यक्तियों पर विधिक कार्रवाई करें। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अफसरों ने बताया कि अभियान के तहत अगले तीन दिनों तक जिले के सभी थानों को अलर्ट पर रखा गया है। खुफिया निगरानी भी बढ़ा दी गई है। आमजन से अपील की गई है कि वह पर्व को शांतिपूर्वक तरीके और नियमों के तहत मनाएं।
एडिशनल सीपी के आदेश के बाद पशु व गो तस्करों के खिलाफ जिले भर में कार्रवाई शुरू हो गई। सभी थानों की पुलिस अपने क्षेत्र के चिह्नित गो तस्करों व पशु तस्करों की तलाश में देर रात तक दबिश देती रही। इस दौरान नैनी, मऊआइमा समेत कुछ जगहों पर पूर्व में गोवध, पशु तस्करी के मामलो में जेल जा चुके आरोपियों को हिरासत में भी ले लिया गया।