प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज में एक अद्भुत आध्यात्मिक दृश्य देखने को मिला। ऐतिहासिक श्री बड़े हनुमान मंदिर में संगम की त्रिवेणी बाढ़ के कारण तीसरी बार मंदिर परिसर में प्रवाहित हुई। इससे भगवान हनुमान जी को गंगाजल से स्नान कराया गया। इस दुर्लभ अवसर पर जिला अधिकारी रवींद्र कुमार स्वयं मंदिर में उपस्थित रहे। उन्होंने मंदिर के महंत श्री बलबीर गिरी के साथ गंगा मईया की विधिवत पूजा-अर्चना की। संगम का जल जब मंदिर प्रांगण में प्रवाहित हुआ तो महंत बलबीर गिरी ने डीएम के साथ गंगा मईया का दूध और हल्दी से अभिषेक कर स्वागत किया।
महंत बलबीर गिरी ने इस घटना को शुभ संकेत बताया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 में यह तीसरी बार है जब त्रिवेणी का पवित्र जल स्वयं मंदिर में आकर श्री हनुमान जी को स्नान करा रहा है। उनके अनुसार मां गंगा का बार-बार मंदिर परिसर में प्रवेश करना प्रयागराज के लिए एक शुभ संदेश है। यह क्षेत्र की धार्मिक और आध्यात्मिक ऊर्जा को पुष्ट करता है। इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदिर में उमड़ पड़ी। भक्तों ने गंगा मईया और हनुमान जी के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। लोगों ने हाथ जोड़कर मंदिर के गेट के बाहर से ही दर्शन किए। बाढ़ के बावजूद श्रद्धालुओं की श्रद्धा में कोई कमी नहीं दिखाई।
त्रिवेणी जल के मंदिर परिसर में प्रवेश के कारण सुरक्षा कारणों से मंदिर के पट अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं। अब पट तभी खोले जाएंगे जब बाढ़ का पानी पूरी तरह से मंदिर प्रांगण से हट जाएगा। यह दृश्य धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा। साथ ही यह प्रशासन और संत समाज की सामूहिक श्रद्धा और समन्वय का प्रतीक भी बना। त्रिवेणी संगम और हनुमान जी की इस दिव्य भेंट ने प्रयागराज को एक बार फिर अध्यात्म और आस्था के केंद्र में स्थापित कर दिया है।