प्रयागराज (राजेश सिंह)। भदोही के सपा विधायक जाहिद बेग शनिवार को जेल से रिहा हो गए। नौ महीने तक जेल में रहने के बाद वह बाहर आए हैं। जेल के बाहर सपाइयों ने जोरदार स्वागत किया और उन्हें फूलमालाओं से लाद दिया। हाईकोर्ट ने गत 23 जुलाई को ही उनकी जमानत अर्जी मंजूर कर ली थी। अदालत से परवाना देर में पहुंचने के कारण जमानत मिलने के बाद भी उनको करीब 10 दिन तक जेल में रहना पड़ा।
नाबालिग नौकरानी की मौत के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए भदोही के सपा विधायक जाहिद बेग शनिवार को जेल से रिहा हो गए। जिला जेल नैनी से बाहर निकलने पर उन्हें समर्थकों ने फूलमालाओं से लाद दिया। इसके बाद कई वाहनों के काफिले के साथ वह भदोही के लिए रवाना हो गए। सपा विधायक का स्वागत करने के लिए भदोही के साथ ही प्रयागराज के भी बड़ी संख्या में सपा के नेता जेल के बाहर पहुंचे थे। 23 जुलाई को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सपा विधायक को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था। उनकी पत्नी और बेटे को पहले ही जमानत मिल चुकी है।
भदोही के सपा विधायक जाहिद जमाल बेग को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 23 जुलाई को सुनवाई करते हुए जमानत मंजूर कर ली थी। कोर्टका परवाना जेल में देर से पहुंचने के चलते उनको जेल से बाहर निकलने में 10 दिन से ज्यादा का समय लग गया। उनकी पत्नी सीमा बेग को भी कुछ दिन पहले कोर्ट से अग्रिम जमानत मिली है। नौकरानी की मौत के मामले में विधायक, उनकी पत्नी और बेटे के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने, बंधुआ मजदूरी कराने और मानव तस्करी समेत कई मामले दर्ज किए गए थे। यह मुकदमा श्रम विभाग की ओर से दर्ज कराया गया था।
भदोही के मलिकाना मोहल्ले में सपा विधायक जाहिद बेग के आवास पर बीते आठ सितंबर 2024 को एक किशोरी ने फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर लिया था, जबकि एक दूसरी नाबालिग नौकरानी भी बरामद हुई थी। इस मामले में पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने और श्रम अधिनियम में विधायक, उनकी पत्नी सीमा बेग एवं बेटे जईम बेग के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। हालांकि, पत्नी को अग्रिम जमानत मिल चुकी है। वहीं, विधायक और बेटे को भी अब सभी मामलों में जमानत मिल गई है।