पटना। भागलपुर जिले के पीरपैंती में प्रस्तावित थर्मल पावर परियोजना से दीर्घकालिक विद्युत आपूर्ति को ले शुक्रवार को विद्युत भवन में बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड और अडानी पावर लिमिटेड के बीच एकरारनामा पर हस्ताक्षर किया गया।
इस परियोजना की निविदा के लिए राज्य कैबिनेट द्वारा बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड को फरवरी 2025 में नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया था। पीरपैंती में लगभग 30,000 करोड़ रुपये की लागत से 2400 मेगावाट क्षमता वाला ताप विद्युत संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। एकरारनामा के मौके पर ऊर्जा, योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि आजादी के बाद बिहार के इतिहास में यह ऊर्जा क्षेत्र का सबसे बड़ा निवेश है। इससे यह स्पष्ट है कि बिहार निवेश के लिए एक उत्कृष्ट गंतव्य के रूप में स्थापित हो रहा है। वर्ष 2005 के बाद से बिजली के क्षेत्र में जो सुधारात्मक कदम उठाए गए हैं, उन्होंने राज्य की तस्वीर बदल दी है।
2028 दीपावली तक पहली यूनिट हो जाएगी तैयार
ऊर्जा सचिव-सह-सीएमडी, बीएसपीएचसीएल. मनोज कुमार सिंह ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि 2028 की दीपावली तक इस परियोजना की पहली यूनिट तैयार हो जाए।
कोशिश रहेगी कि निर्धारित तीन वर्ष से पहले ही इसे पूरा किया जाए। वर्तमान अनुमानित लागत 27,000 करोड़ रुपये है, जो काम के दायरे को देखते हुए 30,000 करोड़ रुपये तक जा सकता है। एसबीपीजीसीएल एवं एसबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार ने कहा कि फरवरी 2025 में इस परियोजना को स्थापित करने का निर्णय लिया गया था और मात्र सात माह में सितंबर 2025 में एकरारनामा भी संपन्न हो रहा है। हमारी टीम पूरी तैयारी के साथ समयबद्ध तरीके से कार्य पूरा करेगी।
कार्यक्रम के दौरान बीएसपीएचसीएल की ओर से मुख्य अभियंता मुर्तजा हलाल, पुरुषोत्तम प्रसाद, दीपक कुमार सिंह एवं अडानी पावर लिमिटेड के प्रतिनिधि अभिषेक त्यागी ने एकरारनामा पर हस्ताक्षर किए।
