नई दिल्ली। वर्ल्ड तीरंदाजी चौंपियनशिप में भारतीय कम्पाउंड पुरुष टीम ने रविवार को फ्रांस को हराकर अपना पहला गोल्ड मेडल जीता। 23 वर्षीय ऋषभ यादव ने अमन सैनी और प्रथमेश फुगे के साथ मिलकर भारत को पुरुष कम्पाउंड टीम के खिताबी मुकाबले में फ्रांस पर 235-233 से रोमांचक जीत दिलाई।
साउथ कोरिया के ग्वांगजू में वर्ल्ड तीरंदाजी चौंपियनशिप में भारतीय कम्पाउंड पुरुष टीम ने रविवार को फ्रांस को हराकर अपना पहला गोल्ड मेडल जीता।
23 वर्षीय ऋषभ यादव ने अमन सैनी और प्रथमेश फुगे के साथ मिलकर भारत को पुरुष कम्पाउंड टीम के खिताबी मुकाबले में फ्रांस पर 235-233 से रोमांचक जीत दिलाई। तीन सेट के बाद स्कोर 176-176 से बराबर था लेकिन दूसरी वरीयता प्राप्त भारतीय टीम ने निर्णायक दौर में अपना धैर्य बनाए रखा और फ्रांस के 57 के मुकाबले शानदार 59 का स्कोर बनाकर ऐतिहासिक गोल्ड हासिल किया।
ऋषभ और अनुभवी वी. ज्योंति सुरेखा को मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में नीदरलैंड की जोड़ी साने डे लाट और माइक श्लोएसर के खिलाफ 155-157 से हारकर सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा।
फ्रींसीसी निकोलस गिरार्ड, जीन फिलिप बौल्च और फ्रेंकोइस डुबोइस ने पुरुषों के फाइनल का पहला चरण जीता, लेकिन भारतीयों ने जिन्होंने रातों रात ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और तुर्की को हराया था, दूसरे चरण में वापसी करते हुए स्कोर बराबर कर दिया।
चौथे राउंड के पहले तीन तीरों के बाद भी दोनों टीमें बराबरी पर रहीं। हालांकि, भारतीयों ने सबस जरूरी समय पर तीन 10 बनाए। जवाब में फ्रांसीसी टीम दो 9 और एक 10 ही बना पाई।