प्रयागराज (राजेश सिंह)। आश्रम पद्धति विद्यालयों में हुए करीब 1.38 करोड़ के घोटाले में समाज कल्याण विभाग के छह अधिकारियों-कर्मचारियों को एसआइटी ने तलब किया है। इनमें लेखाकार से लेकर प्रधानाचार्य तक शामिल हैं। इसी गबन के मामले में इन सभी के बयान दर्ज किए जाने हैं।
समाज कल्याण विभाग की ओर से जनपद के सुरवल सहनी, खाईं करछना, कौड़िहार और कोरांव में आश्रम पद्धति विद्यालय चलाए जा रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2018-19 से लेकर वर्ष 2021-22 के बीच इन विद्यालयों में अलग-अलग सामग्री की खरीद व अन्य कार्यों में करीब 1.38 करोड़ की हेराफेरी हुई थी।
एसआइटी ने पिछले साल इस मामले में एफआइआर दर्ज कराई थी, जिसकी विवेचना पुलिस उपाधीक्षक अरुण कुमार राय कर रहे हैं। इसी मामले में समाज कल्याण विभाग के तत्कालीन एकाउटेंट अरुण कुमार पटेल, कार्यालय में तैनात रहीं तत्कालीन छात्रावास अधीक्षक स्वप्ना कुमारी, खाई करछना स्थित एटीएस के तत्कालीन कनिष्ठ सहायक शुभम आर्या, एटीएस सुरवल सहनी के तत्कालीन प्रधानाचार्य आरएन त्रिपाठी, एटीएस कोरांव के तत्कालीन प्रभारी अधीक्षक विजय कुमार सिंह यादव और एटीएस कोरांव में संविदा पर तैनात रहे तत्कालीन प्रधानाचार्य रामाकांत सिंह के बयान दर्ज किए जाने हैं।
इसे लेकर विवेचक ने 10 सितंबर को निदेशालय समाज कल्याण के संयुक्त निदेशक अरुण कुमार पांडेय को पत्र लिखा है। उनसे संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों को जल्द से जल्द उपस्थित होकर बयान दर्ज कराने के निर्देश देने का आग्रह किया है। इन अधिकारियों व कर्मचारियों से नियुक्ति व प्रभार संबंधित आदेशों की प्रमाणित प्रति भी मंगाई गई है।