मुंबई। दिग्गज एक्ट्रेस संध्या शांताराम का 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार आज शिवाजी पार्क स्थित वैकुंठ धाम में किया गया। हालांकि उनके निधन के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन खबर है कि वे उम्र संबंधी समस्याओं से जूझ रही थी।
पिंजरा में अपनी एक्टिंग से जीता दिल
फिल्म निर्माता वी. शांताराम उनके पति थे। संध्या उनकी प्रेरणा और अपने आप में एक लीड एक्ट्रेस दोनों थीं। उन्हें मराठी क्लासिक में उनके काम के लिए व्यापक रूप से पहचाना गया, जिसमें उनकी एक्टिंग की खूब सराहना की गई। श्दो आँखें बारह हाथश् में उन्होंने अभिनय और डांस से सबका दिल जीत लिया।
कई भाषाओं में किया काम
उन्होंने अपने करियर में कई भाषाओं में काम किया। श्नौरंगश् में उन्होंने श्आरे जा रे नटखटश् गाने में एक यादगार परफॉर्मेंस दी जो आज भी लोगों की जुबां रहता है। श्झनक झनक पायल बाजेश् में उन्होंने अपने शास्त्रीय डांस की कला को दिखाया। जो उनके काम में लाई गई सांस्कृतिक गहराई को दर्शाता है। सालों से संध्या पारंपरिक और मॉडर्न सिनेमा को जोड़ने वाली भूमिकाओं के लिए जानी जाती रहीं।
यहां किया गया अंतिम संस्कार
शिवाजी पार्क श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें परिवार, दोस्त और फैंस शामिल हुए। भारतीय सिनेमा में संध्या शांताराम के योगदान को उनकी फिल्मों और अभिनय के लिए याद किया जाता है।
