प्रयागराज (राजेश सिंह)। टीपीएस प्रिंसिपल अर्चना तिवारी ने दुबई में आयोजित सहोदया स्कूल कॉम्प्लेक्सस की इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस से लौटने के बाद अपने अनुभव साझा किए हैं। यह दो दिवसीय सीबीएसई इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ष्रीइमेजिंग एजुकेशन इन लाइट ऑफ एनईपी 2025ष् 4 और 5 नवंबर को आयोजित की गई थी।
इस कॉन्फ्रेंस में भारत से लगभग 400-500 प्रिंसिपलों और शिक्षकों सहित कुल 850 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। प्रयागराज से प्रिंसिपल अर्चना तिवारी के साथ महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर की अल्पना डे, पतंजलि ऋषिकुल के नित्यानंद और गंगा गुरुकुलम की माधुरी श्रीवास्तव भी शामिल थीं।
बच्चों को जिम्मेदार और इनोवेटिव बनाने की नई दिशा मिली
कॉन्फ्रेंस में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम, समग्र रिपोर्ट कार्ड, संबद्धता सुधार, कौशल विकास और स्टेम शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा हुई। प्रिंसिपलों को ओपन हाउस सेशन में सीबीएसई अधिकारियों से सीधे सवाल पूछने का अवसर भी मिला। शिक्षकों ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस से उन्हें डिजिटल दुनिया में बच्चों को जिम्मेदार और इनोवेटिव बनाने की नई दिशा मिली है।
