घाटों के समतलीकरण कार्य कराने में जुटे अधिकारी, श्रद्धालुओं के लिए हो रहे इंतजाम
प्रयागराज (राजेश सिंह)। देव दीपावली की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन हालिया बाढ़ के कारण संगम तट पर गीली मिट्टी प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। बुधवार, 5 नवंबर की शाम को संगम तट पर 5 लाख 30 हजार दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। वर्तमान में घाटों के समतलीकरण और सफाई कार्य में तेजी लाई जा रही है।
नगर निगम और प्रशासनिक अमला लगातार घाटों पर डटा हुआ है। कई स्थानों पर ट्रैक्टरों की मदद से गीली मिट्टी हटाई जा रही है, जबकि मजदूरों की टीमें दिन-रात घाटों को समतल करने में जुटी हैं। बाढ़ के कारण घाटों की सतह दलदली हो गई है, जिससे दीप सजाने का काम प्रभावित हो रहा है। कुछ जगहों पर मिट्टी इतनी गीली है कि दीपों को रखने में कठिनाई आने की आशंका है।
प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए अतिरिक्त संसाधन लगाए हैं। नगर निगम की टीमें सफाई, धुलाई और मिट्टी सुखाने के कार्य में लगी हैं। मेयर गणेश केशरवानी ने बताया कि देव दीपावली के आयोजन को भव्य बनाने के लिए सभी विभागों को विशेष जिम्मेदारी दी गई है। संगम क्षेत्र को 15 सेक्टरों में बांटकर अलग-अलग संस्थानों और संगठनों को घाटों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
देव दीपावली आयोजन के लिए प्रयागराज के जिलाधिकारी, कमिश्नर, पुलिस कमिश्नर सहित नगर निगम और सभी विभागों के अधिकारी मौके पर मौजूद रहेंगे। नगर निगम की ओर से सभी पार्षदों को भी घाटों की व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है। प्रयागराज की स्वयंसेवी संस्थाएं, व्यापार संगठन, एडवोकेट संघ और युवाओं के संगठन इस आयोजन में सहयोग कर रहे हैं।
हालांकि, कई स्थानों पर गीली मिट्टी के कारण अव्यवस्था देखने को मिली। कुछ घाटों पर समतलीकरण का कार्य अधूरा रहा, जिससे दीप सजावट में बाधा आई। इसके बावजूद, प्रशासन का दावा है कि देव दीपावली की शाम तक सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी।
प्रयागराज का संगम तट इस बार फिर लाखों दीपों की रोशनी से आलोकित होगा, जिसके लिए प्रशासन और नगर निगम को अंतिम समय तक कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है।