प्रयागराज (राजेश सिंह)। आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान- प्रोफेशनल सम्मेलन यमुनापार में मुख्य अतिथि एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि कांग्रेस शासन में भारत ‘सोने की चिड़िया’ होते हुए भी केवल सत्ता की चकाचौंध और चावलदृचीनीदृचाय के निर्यात तक सीमित रहा। विदेशों से आयात में करप्शन की संभावनाएँ बढ़ाई गईं। वहीं अटल बिहारी वाजपेयी ने 24 दलों के साथ मिलकर स्वदेशी को प्रोत्साहित किया और पोखरण परमाणु परीक्षण से भारत को गति दी।
उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह को कभी जनादेश नहीं मिला, फिर भी वे दस वर्षों तक सरकार चलाते रहे- यह लोकतंत्र का सबसे बड़ा मज़ाक था। अब जब जनता ने मजबूत वैचारिक सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में देश को दी, तब से स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत का अभियान अभूतपूर्व गति से आगे बढ़ा है।
डॉ. पांडेय ने कहा कि भारत आज विश्व में खादी उत्पादन में शीर्ष पर है, और “मेक इन इंडिया” की अवधारणा ने देश को नई दिशा दी है। मोदी सरकार ने 230 करोड़ वैक्सीन निःशुल्क घर-घर पहुंचाकर न केवल भारतवासियों बल्कि विश्व को भी वैक्सीन उपलब्ध कराई। उन्होंने कहा कि “जब प्रधानमंत्री मोदी ने वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित किया, तो भारत ने पीपी किट तक का निर्यात शुरू किया- यही आत्मनिर्भर भारत का सार है।”
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने प्रयागराज के प्रबुद्ध समाज से अपील करते हुए कहा कि जनमत को जोड़कर देश की विध्वंसकारी शक्तियों से बचाने की जिम्मेदारी अधिवक्ता एवं प्रबुद्ध वर्ग की है। उन्होंने कहा कि “अमेरिका जैसे देशों को भारत की मजबूती और प्रगति रास नहीं आती, लेकिन भारत को कोई तोड़ नहीं सकता। हमारे पास संस्कार, संकल्प और स्वदेशी का बल है।”
कार्यक्रम की अध्यक्षता एवं स्वागत भाषण भाजपा यमुनापार जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ल ने किया। कार्यक्रम को मुख्य स्थाई अधिवक्ता एस.पी. गौड़, पूर्व अपर महाधिवक्ता व इलाहाबाद लोकसभा प्रत्याशी रहें नीरज त्रिपाठी, करछना विधायक पियूष रंजन निषाद आदि ने भी सम्बोधित किया।
भाजपा जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी ने बताया बताया की पूर्व केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय सहित अन्य अतिथियों ने पं.दीनदयाल उपाध्याय व श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्रों पर पुष्पार्चन करते हुए दीप प्रज्वलित कर वंदेमातरम् के साथ शुभारंभ व राष्ट्रगान के साथ समापन किया। संचालन पूर्व जिला महामंत्री अधिवक्ता ज्ञान नारायण कन्नौजिया ने किया तथा आभार संयोजक अधिवक्ता अनिल मिश्रा ने व्यक्त किया।
इस अवसर पर अधिवक्ता सुभाष तिवारी, पुरुषोत्तम मौर्य, आनंद तिवारी, पंकज शुक्ला, पंकज केसरी, भोलानाथ पांडेय, त्रिवेणी प्रसाद पांडेय, पुष्पराज सिंह पटेल व सतीश विश्वकर्मा सहित अनेक प्रबुद्धजन उपस्थित रहे। अधिवक्ताओं व प्रबुद्ध जनों ने कहा यह सम्मेलन आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को जनदृजन तक पहुंचाने हेतु महत्वपूर्ण पहल है।

